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महंगाई की मार: थोक खरीदारों के लिए डीजल 25 लीटर महंगा, रोजमर्रा की चीजों के भी बढ़ेंगे दाम

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आम जनता पर महंगाई की मार बढ़ने का अंदेशा गहराने लगा है। थोक खरीदारों के लिए डीजल 25 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया। डीजल पर एक साथ  पहली बार इतनी बड़ी वृद्धि हुई है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 40 प्रतिशत उछाल के चलते यह कदम उठाया गया है। हालांकि, पेट्रोल पंपों से बिकने वाले डीजल के खुदरा दामों में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है। पर, परिवहन व माल ढुलाई महंगी होने से इस वृद्धि का परोक्ष असर हर क्षेत्र पर पड़ना तय है।

उधर, दूध, चाय, कॉफी व मैगी के महंगा होने के बाद अब उपभोक्ता उत्पादों (एफएमसीजी) के लिए ग्राहकों को जेब और ढीली करनी पड़ सकती है। कंपनियां उत्पादों की कीमतों में 10 फीसदी बढ़ोतरी की तैयारी कर रही हैं। पैकेजिंग सामान के दामों में उछाल और रूस-यूक्रेन के बीच जंग के चलते एफएमसीजी कारोबार को झटका लगा है।

कंपनियाें का कहना है, इससे गेहूं, खाद्य तेल और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आएगा। डाबर और पारले जैसी कंपनियों की हालात पर नजर है, वे मुद्रास्फीति के दबाव से निपटने के लिए कुछ कदम उठाएंगी। हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले ने बीते हफ्ते ही खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ाए हैं।

पारले प्रोडक्ट्स के मयंक शाह ने कहा, हम इंडस्ट्री की ओर से कीमतों में 10 से 15 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। डाबर इंडिया के मुख्य वित्त अधिकारी अंकुश जैन ने कहा, महंगाई दर लगातार ऊंची बनी हुई है, यह लगातार दूसरे साल चिंता की वजह है।

उन्होंने कहा, मुद्रास्फीति के दबाव की वजह से उपभोक्ताओं ने अपना खर्च कम किया है। वे छोटे पैक खरीद रहे हैं। स्थिति पर हमारी नजर है और चर्चा के बाद कदम उठाएंगे।

थोक उपभोक्ताओं के लिए दिल्ली में डीजल अब 115 रुपये प्रति लीटर
दिल्ली में पेट्रोल पंपों पर डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर है, जबकि थोक या औद्योगिक ग्राहकों के लिए इसकी कीमत 115 रुपये प्रति लीटर होगी।
परिवहन व माल ढुलाई महंगी होने से हर क्षेत्र पर पड़ेगा असर

कीमतों में उतार-चढ़ाव
मयंक शाह ने कहा कि कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव हो रहा है। ऐसे में अभी यह कहना मुश्किल है कि मूल्यवृद्धि कितनी होगी। उन्होंने बताया कि पाम तेल का दाम 180 रुपये लीटर तक चला गया था, लेकिन अब यह 150 रुपये लीटर पर आ गया है। इसी तरह कच्चे तेल का दाम 140 डॉलर प्रति बैरल पर जाने के बाद 100 डॉलर से नीचे आ गया है।

कॉफी-नूडल्स हो चुके हैं महंगे
एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष अबनीश रॉय ने कहा, हमारा अनुमान है कि एफएमसीजी कंपनियां 2022-23 की पहली तिमाही में कीमतों में तीन से पांच फीसदी की वृद्धि करेंगी। हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले चाय, कॉफी और नूडल्स के दाम बढ़ा चुकी हैं।

– मयंक शाह ने कहा, पिछली बार वृद्धि का बोझ पूरी तरह ग्राहकों पर नहीं डाला था। अभी 10% वृद्धि की चर्चा है। हालांकि, लागत कहीं अधिक बढ़ी है।

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