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कोरोना टीकाकरण: यूपी समेत सात राज्यों में अब सुई रहित टीके, जानिए कितनी होगी कीमत, पहली खेप पहुंची बिहार
बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल को भी आगामी दिनों में उपलब्ध होगी। कंपनी ने जानकारी दी है कि इस टीके को एक इंजेक्टर के जरिए दिया जाएगा। इसकी तीन खुराकें लगानी जरूरी होंगी।
12 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों के लिए मुफीद
पिछले साल 20 अगस्त को भारत सरकार के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने जायकोव डी वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की अनुमति दी थी। यह वैक्सीन 12 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।
एक खुराक की कीमत 265 रुपये
कंपनी ने इस वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 265 रुपये तय की है। साथ ही, जिस एप्लीकेटर यानी इंजेक्टर गन के जरिये यह वैक्सीन दी जाएगी, उसकी कीमत 93 रुपये रखी गई है। पहली खुराक लेने के 28 दिन बाद दूसरी और फिर 56 दिन बाद तीसरी खुराक ली जा सकती है।
वैक्सीन का प्रभाव 66.60 फीसदी
देश में अभी 15 से 17 साल तक किशोरों को भारत बायोटेक की कोवाक्सिन दी जा रही है। अब जायकोव-डी बच्चों के लिए दूसरी वैक्सीन हो जाएगी। जायडस कैडिला का दावा है कि इस वैक्सीन का प्रभाव 66.60 फीसदी है। इसे दो से आठ डिग्री तापमान पर रखा जा सकता है।
जोश में किशोर, 63 फीसदी से अधिक ने एक माह में लगवाया टीका
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किशोरों ने टीकाकरण को लेकर कमाल कर दिया। महज एक महीने में ही देश के 63 फीसदी से अधिक किशोरों ने वैक्सीन की पहली खुराक हासिल कर ली है। इसके बाद अब दूसरी खुराक लेने का वक्त भी आ चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को किशोर टीकाकरण के तहत दूसरी खुराक देने को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखे पत्र में बताया कि बीते तीन जनवरी से देश में 15 से 17 वर्ष की आयु के किशोरों का टीकाकरण किया जा रहा है। इन्हें कोवाक्सिन की खुराक दी जा रही है, जिसकी दोनों खुराक 28 दिन के अंतराल में लेना जरूरी है। अब तक देश में 4.66 करोड़ किशोर पहली खुराक ले चुके हैं। जिन्होंने शुरुआती दिनों में वैक्सीन ली थी, उनका दूसरी खुराक लेने का समय भी आ चुका है।
…तो अगले माह तक पूरा होगा लक्ष्य
स्वास्थ्य सचिव ने राज्य सरकारों से अपील की है कि किशोरों का टीकाकरण इसी तरह तेजी से आगे बढ़ता रहना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर इसी रफ्तार से किशोर टीकाकरण आगे बढ़ा, तो अगले महीने तक यह लक्ष्य भी पूरा कर लेगा।