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एक्यूआई: हरियाणा का जींद, यूपी के गाजियाबाद और नोएडा की हवा देश में सबसे ज्यादा 'जहरीली', शिलांग में मिल रही 'प्योर ऑक्सीजन'
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sun, 07 Nov 2021 12:40 PM IST
सार
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हवा सिगरेट के धुंए से भी खतरनाक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के चलते सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जिनको पहले से सांस सम्बंधित बीमारी है।
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : एएनआई
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गाजियाबाद का एक्यूआई पहुंचा 456
जींद के बाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर 456 मापा गया। इसके अलावा नोएडा का एक्यूआई रविवार को 453 रहा। वहीं सोनीपत, फिरोजाबाद, बल्लबगढ़, वृंदावन, दिल्ली, बागपत की हवा भी काफी जहरीली मापी गई।
सिगरेट के धुएं से भी खतरनाक हुई हवा
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने दिल्ली-एनसीआर की हवा पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने बताया कि देश के जिन हिस्सो में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के ऊपर पहुंच चुका है। वहां की हवा सिगरेट के धुंए से भी खतरनाक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के चलते सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जिनको पहले से सांस सम्बंधित बीमारी है। इसके अलावा स्वस्थ्य लोगों को भी ध्यान रखने की जरूरत है।
शिलांग की हवा सबसे साफ
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में शिलांग की हवा सबसे साफ मापी गई। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार को 11 रहा। वहीं पुदुचेरी का एक्यूआई 25 रहा। इसके अलावा आइजोल में 26, चिकमंगलूर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 35 रहा।
सबसे प्रदूषित शहर
शहर | एक्यूआई |
जींद | 458 |
गाजियाबाद | 456 |
नोएडा | 453 |
सोनीपत | 451 |
फिरोजाबाद | 444 |
बल्लबगढ़ | 441 |
वृंदावन | 435 |
दिल्ली | 435 |
बागपत | 434 |
हिसार | 432 |
सबसे कम प्रदूषित शहर
शहर | एक्यूआई |
शिलांग | 11 |
पुदुचेरी | 25 |
आइजोल | 26 |
चिकमंगलूर | 35 |
त्रिशूर | 40 |
तिरुपति | 41 |
शिमोगा | 41 |
चेन्नई | 41 |
तिरुवनन्तपुरम | 42 |
श्रीनगर | 44 |
इरनाकुलम | 46 |
विस्तार
गाजियाबाद का एक्यूआई पहुंचा 456
जींद के बाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर 456 मापा गया। इसके अलावा नोएडा का एक्यूआई रविवार को 453 रहा। वहीं सोनीपत, फिरोजाबाद, बल्लबगढ़, वृंदावन, दिल्ली, बागपत की हवा भी काफी जहरीली मापी गई।
सिगरेट के धुएं से भी खतरनाक हुई हवा
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने दिल्ली-एनसीआर की हवा पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने बताया कि देश के जिन हिस्सो में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के ऊपर पहुंच चुका है। वहां की हवा सिगरेट के धुंए से भी खतरनाक हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के चलते सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जिनको पहले से सांस सम्बंधित बीमारी है। इसके अलावा स्वस्थ्य लोगों को भी ध्यान रखने की जरूरत है।
शिलांग की हवा सबसे साफ
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में शिलांग की हवा सबसे साफ मापी गई। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार को 11 रहा। वहीं पुदुचेरी का एक्यूआई 25 रहा। इसके अलावा आइजोल में 26, चिकमंगलूर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 35 रहा।
सबसे प्रदूषित शहर
शहर | एक्यूआई |
जींद | 458 |
गाजियाबाद | 456 |
नोएडा | 453 |
सोनीपत | 451 |
फिरोजाबाद | 444 |
बल्लबगढ़ | 441 |
वृंदावन | 435 |
दिल्ली | 435 |
बागपत | 434 |
हिसार | 432 |
सबसे कम प्रदूषित शहर
शहर | एक्यूआई |
शिलांग | 11 |
पुदुचेरी | 25 |
आइजोल | 26 |
चिकमंगलूर | 35 |
त्रिशूर | 40 |
तिरुपति | 41 |
शिमोगा | 41 |
चेन्नई | 41 |
तिरुवनन्तपुरम | 42 |
श्रीनगर | 44 |
इरनाकुलम | 46 |