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स्पेन: कोरोना वायरस ने फिर पकड़ी रफ्तार, युवा पहुंच रहे अस्पताल

एजेंसी, बार्सिलोना
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 11 Jul 2021 05:35 AM IST

स्पेन में कोरोना के एक मरीज को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाते स्वास्थ्य कर्मी।
– फोटो : PTI

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स्पेन में कोरोना वायरस ने फिर से एक बार रफ्तार पकड़ ली है। टीकाकरण में देरी या टीका न लगवाने वाले युवा वायरस की चपेट में आकर अस्पताल पहुंचने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट के फैलने से पहले ही ये तेजी दिख रही है। हैरानी की बात ये है कि वायरस तेजी के साथ फैल रहा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पताल पहुुंचने वाले अधिक लोग युवा हैं जिन्हें टीका नहीं लगा है। ऐसे लोगों को आईसीयू की जरूरत तो नहीं पड़ रही है लेकिन इमरजेंसी और वार्ड में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल पहुंचने वाले लोगों को स्वस्थ होने के लिए लंबे समय तक अस्पताल में रहने की स्थिति दिख रही है।

कोरोना प्रबंधन से जुड़े जुआन पाब्लो का कहना है कि अस्पताल पहुंचने वाले अधिकतर लोगों को सांस संबंधी तकलीफ नहीं है,  लेकिन स्टेरॉयड की जरूरत पड़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार अस्पताल पहुंचने वाले अधिक लोगों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच है जो चिंताजनक स्थिति है।

दूसरी डोज से पहले ही संक्रमण
विशेषज्ञों का कहना है कि देश की आधी आबादी को टीके की दोनों डोज लग चुकी है। छह लाख की आबादी ऐसी है जिनकी उम्र 30 वर्ष से कम है। संक्रमण के जो नए मामले सामने आ रहे हैं उसमें बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें टीके की एक खुराक लग चुकी है लेकिन दूसरी खुराक से पहले ही वो संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोगों से सभी सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।

मैक्सिको में तीसरी लहर का कहर
मैक्सिको में कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप शुरू हो चुका है और पिछले सप्ताह के मुकाबले यहां संक्रमण के मामलों में 29 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को कहा कि युवा लोगों में संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। संक्रमण के मामले पिछले वर्ष सितंबर में मिले मामलों के बराबर हैं। संक्रमण की लहर जनवरी में चरम पर थी और जून तक इसमे कमी आई थी।

वर्तमान में देश के अस्पतालों में 22 फीसदी बेडभरे हुए हैं, वहीं पिछली लहर के दौरान देश के अधिकतर हिस्से में अस्पताल भरे हुए थे। वहीं प्रशासन ने कहा कि टीकाकरण अभियान के चलते बुजुर्गों में संक्रमण के मामलों में गिरावट है। देश में अब तक करीब 39 फीसदी लोगों को टीके की एकल खुराक दी जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव ह्यूगो लोपेज गाटेल ने कहा कि संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी डेल्टा स्वरूप के कारण नहीं बल्कि लोगों की गतिविधियां बढ़ने के कारण हुई हैं। गाटेल के मुताबिक राजधानी में अगस्त के दौरान तीसरी लहर का पीक आने की संभावना है।

विस्तार

स्पेन में कोरोना वायरस ने फिर से एक बार रफ्तार पकड़ ली है। टीकाकरण में देरी या टीका न लगवाने वाले युवा वायरस की चपेट में आकर अस्पताल पहुंचने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट के फैलने से पहले ही ये तेजी दिख रही है। हैरानी की बात ये है कि वायरस तेजी के साथ फैल रहा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पताल पहुुंचने वाले अधिक लोग युवा हैं जिन्हें टीका नहीं लगा है। ऐसे लोगों को आईसीयू की जरूरत तो नहीं पड़ रही है लेकिन इमरजेंसी और वार्ड में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल पहुंचने वाले लोगों को स्वस्थ होने के लिए लंबे समय तक अस्पताल में रहने की स्थिति दिख रही है।

कोरोना प्रबंधन से जुड़े जुआन पाब्लो का कहना है कि अस्पताल पहुंचने वाले अधिकतर लोगों को सांस संबंधी तकलीफ नहीं है,  लेकिन स्टेरॉयड की जरूरत पड़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार अस्पताल पहुंचने वाले अधिक लोगों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच है जो चिंताजनक स्थिति है।

दूसरी डोज से पहले ही संक्रमण

विशेषज्ञों का कहना है कि देश की आधी आबादी को टीके की दोनों डोज लग चुकी है। छह लाख की आबादी ऐसी है जिनकी उम्र 30 वर्ष से कम है। संक्रमण के जो नए मामले सामने आ रहे हैं उसमें बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें टीके की एक खुराक लग चुकी है लेकिन दूसरी खुराक से पहले ही वो संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोगों से सभी सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।

मैक्सिको में तीसरी लहर का कहर

मैक्सिको में कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप शुरू हो चुका है और पिछले सप्ताह के मुकाबले यहां संक्रमण के मामलों में 29 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को कहा कि युवा लोगों में संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। संक्रमण के मामले पिछले वर्ष सितंबर में मिले मामलों के बराबर हैं। संक्रमण की लहर जनवरी में चरम पर थी और जून तक इसमे कमी आई थी।

वर्तमान में देश के अस्पतालों में 22 फीसदी बेडभरे हुए हैं, वहीं पिछली लहर के दौरान देश के अधिकतर हिस्से में अस्पताल भरे हुए थे। वहीं प्रशासन ने कहा कि टीकाकरण अभियान के चलते बुजुर्गों में संक्रमण के मामलों में गिरावट है। देश में अब तक करीब 39 फीसदी लोगों को टीके की एकल खुराक दी जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव ह्यूगो लोपेज गाटेल ने कहा कि संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी डेल्टा स्वरूप के कारण नहीं बल्कि लोगों की गतिविधियां बढ़ने के कारण हुई हैं। गाटेल के मुताबिक राजधानी में अगस्त के दौरान तीसरी लहर का पीक आने की संभावना है।

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