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सैन्य ताकत: उ. कोरिया ने 2017 के बाद की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल का किया परीक्षण

एजेंसी,सियोल (दक्षिण कोरिया)।
Published by: Jeet Kumar
Updated Mon, 31 Jan 2022 03:53 AM IST

सार

अमेरिका का अनुमान है कि इस मिसाइल की सहायता से प्रशांत महासागर में उसके क्षेत्र गुआम को निशाना बनाया जा सकता है। उत्तर कोरिया का वर्ष 2022 में यह छठा बैलेस्टिक और सातवां मिसाइल टेस्ट था।

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उत्तर कोरिया ने रविवार को वर्ष 2017 के बाद की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने आशंका जताई है कि उत्तर कोरिया जल्द ही और बड़े परीक्षण कर सकता है।

दक्षिण कोरिया और जापान की सरकारों ने बताया कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। जापान के अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल आसमान में 2000 किलोमीटर ऊपर तक गई। कोरिया के पूर्वी तट पर समुद्र में गिरने से पहले इसने 800 किलोमीटर की दूरी तय की।

लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटजिक स्टडीज के रक्षा और सैन्य विश्लेषण के शोधकर्ता जोसेफ डेंपेसी ने कहा कि इस मिसाइल का दूरतम बिंदु 3500 से 5500 किलोमीटर के बीच माना जा सकता है।

अमेरिका का अनुमान है कि इस मिसाइल की सहायता से प्रशांत महासागर में उसके क्षेत्र गुआम को निशाना बनाया जा सकता है। उत्तर कोरिया का वर्ष 2022 में यह छठा बैलेस्टिक और सातवां मिसाइल टेस्ट था।

उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम जोंग उन इस परीक्षण से अमेरिका के खिलाफ रक्षा तैयारियों को मजबूती मिलेगी। साथ ही अब तक निलंबित सभी गतिविधियां दोबारा शुरू हो जाएंगी।

विस्तार

उत्तर कोरिया ने रविवार को वर्ष 2017 के बाद की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने आशंका जताई है कि उत्तर कोरिया जल्द ही और बड़े परीक्षण कर सकता है।

दक्षिण कोरिया और जापान की सरकारों ने बताया कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। जापान के अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल आसमान में 2000 किलोमीटर ऊपर तक गई। कोरिया के पूर्वी तट पर समुद्र में गिरने से पहले इसने 800 किलोमीटर की दूरी तय की।

लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटजिक स्टडीज के रक्षा और सैन्य विश्लेषण के शोधकर्ता जोसेफ डेंपेसी ने कहा कि इस मिसाइल का दूरतम बिंदु 3500 से 5500 किलोमीटर के बीच माना जा सकता है।

अमेरिका का अनुमान है कि इस मिसाइल की सहायता से प्रशांत महासागर में उसके क्षेत्र गुआम को निशाना बनाया जा सकता है। उत्तर कोरिया का वर्ष 2022 में यह छठा बैलेस्टिक और सातवां मिसाइल टेस्ट था।

उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम जोंग उन इस परीक्षण से अमेरिका के खिलाफ रक्षा तैयारियों को मजबूती मिलेगी। साथ ही अब तक निलंबित सभी गतिविधियां दोबारा शुरू हो जाएंगी।

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