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सियासत: तृणमूल कांग्रेस नेता शायनी घोष त्रिपुरा में गिरफ्तार, आज दिल्ली में धरना देंगे टीएमसी सांसद

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अगरतला
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Mon, 22 Nov 2021 12:59 AM IST

सार

शायनी घोष को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के दौरे से पहले हिरासत में लिया गया है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि पूर्वी अगरतला महिला पुलिस थाने के बाहर उनके कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा समर्थकों ने धक्का-मुक्की की।

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पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की राज्य सचिव शायनी घोष को शनिवार रात यहां हुई एक सभा के दौरान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को धमकी देने के आरोप में हत्या के प्रयास की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया। पहले उन्हें थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया और फिर गिरफ्तारी की गई। यह घटना टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के उत्तर पूर्वी राज्य के प्रस्तावित दौरे से एक दिन पहले हुई है।

सब डिविजनल पुलिस अधिकारी (सदर) रमेश यादव ने बताया कि शायनी घोष पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानों के लिए हत्या के प्रयास की धारा 307 और दो समुदायों के बीच शत्रुता भड़काने पर धारा 153 लगाई गई हैं। उनके साथ आए कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री की एक नुक्कड़ सभा के दौरान पत्थर फेंके।

वहीं, नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घोष सीएम की सभास्थल पर पहुंचीं और ‘खेला होबे’ नारे लगाए। पश्चिम बंगाल में मार्च-अप्रैल के दौरान हुए चुनावों के दौरान टीएमसी ने ‘खेला होबे’ के नारे का इस्तेमाल किया था। टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि ईस्ट अगरतला महिला थाने के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थकों से बदसलूकी की। उधर, भाजपा ने उनके आरोपों से इनकार किया है और टीएमसी महासविच अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर त्रिपुरा की भाजपा सरकार पर राजनीतिक दलों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों पर उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया।

आज दिल्ली में धरना देंगे टीएमसी सांसद
तृणमूल कांग्रेस के करीब 10-12 सांसद दिल्ली में धरना देने पहुंच चुके हैं। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि ‘हम पार्टी कार्यालय में मिलेंगे और त्रिपुरा पुलिस द्वारा टीएमसी युवा कांग्रेस प्रमुख शायनी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि अभिषेक की अगरतला में रैली करने की योजना को कोविड-19 मानदंडों के मद्देनजर अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि पार्टी ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि ‘हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी हमारे कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होने के लिए सोमवार सुबह त्रिपुरा पहुंचेंगे। रविवार को उन्हें उतरने की अनुमति नहीं दी गई। त्रिपुरा में एक निरंकुश शो चला रहा है और हम अंत लड़ेंगे।’

अभिषेक बनर्जी ने एक ट्वीट में पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा सरकार पर शांतिपूर्ण कार्यक्रम आयोजित करने के राजनीतिक दलों के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करने का आरोप लगाया।

माकपा का त्रिपुरा सरकार पर हमला
माकपा ने तृणमूल कांग्रेस नेता शायनी घोष की गिरफ्तारी और त्रिपुरा में एक पुलिस थाने के बाहर तृणमूल कांग्रेस सदस्यों पर कथित हमले की रविवार को निंदा की। माकपा ने एक बयान में कहा कि जैसे-जैसे नगर निकाय चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, भाजपा का ‘फासीवादी आतंक’ बढ़ता जा रहा है।

माकपा ने जारी बयान में कहा गया है कि ‘वाम दलों सहित सभी दलों के नेताओं और उम्मीदवारों पर कई बार हमले हुए और शिकायतों के बावजूद पुलिस ने दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस मूकदर्शक की भूमिका निभा रही है।’

विस्तार

पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की राज्य सचिव शायनी घोष को शनिवार रात यहां हुई एक सभा के दौरान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को धमकी देने के आरोप में हत्या के प्रयास की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया। पहले उन्हें थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया और फिर गिरफ्तारी की गई। यह घटना टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के उत्तर पूर्वी राज्य के प्रस्तावित दौरे से एक दिन पहले हुई है।

सब डिविजनल पुलिस अधिकारी (सदर) रमेश यादव ने बताया कि शायनी घोष पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानों के लिए हत्या के प्रयास की धारा 307 और दो समुदायों के बीच शत्रुता भड़काने पर धारा 153 लगाई गई हैं। उनके साथ आए कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री की एक नुक्कड़ सभा के दौरान पत्थर फेंके।

वहीं, नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घोष सीएम की सभास्थल पर पहुंचीं और ‘खेला होबे’ नारे लगाए। पश्चिम बंगाल में मार्च-अप्रैल के दौरान हुए चुनावों के दौरान टीएमसी ने ‘खेला होबे’ के नारे का इस्तेमाल किया था। टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि ईस्ट अगरतला महिला थाने के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थकों से बदसलूकी की। उधर, भाजपा ने उनके आरोपों से इनकार किया है और टीएमसी महासविच अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट कर त्रिपुरा की भाजपा सरकार पर राजनीतिक दलों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों पर उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया।

आज दिल्ली में धरना देंगे टीएमसी सांसद

तृणमूल कांग्रेस के करीब 10-12 सांसद दिल्ली में धरना देने पहुंच चुके हैं। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि ‘हम पार्टी कार्यालय में मिलेंगे और त्रिपुरा पुलिस द्वारा टीएमसी युवा कांग्रेस प्रमुख शायनी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि अभिषेक की अगरतला में रैली करने की योजना को कोविड-19 मानदंडों के मद्देनजर अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि पार्टी ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि ‘हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी हमारे कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होने के लिए सोमवार सुबह त्रिपुरा पहुंचेंगे। रविवार को उन्हें उतरने की अनुमति नहीं दी गई। त्रिपुरा में एक निरंकुश शो चला रहा है और हम अंत लड़ेंगे।’

अभिषेक बनर्जी ने एक ट्वीट में पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा सरकार पर शांतिपूर्ण कार्यक्रम आयोजित करने के राजनीतिक दलों के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करने का आरोप लगाया।

माकपा का त्रिपुरा सरकार पर हमला

माकपा ने तृणमूल कांग्रेस नेता शायनी घोष की गिरफ्तारी और त्रिपुरा में एक पुलिस थाने के बाहर तृणमूल कांग्रेस सदस्यों पर कथित हमले की रविवार को निंदा की। माकपा ने एक बयान में कहा कि जैसे-जैसे नगर निकाय चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, भाजपा का ‘फासीवादी आतंक’ बढ़ता जा रहा है।

माकपा ने जारी बयान में कहा गया है कि ‘वाम दलों सहित सभी दलों के नेताओं और उम्मीदवारों पर कई बार हमले हुए और शिकायतों के बावजूद पुलिस ने दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस मूकदर्शक की भूमिका निभा रही है।’

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