एजेंसी, साओ पाउलो।
Published by: योगेश साहू
Updated Sat, 19 Mar 2022 06:12 AM IST
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जस्टिस अलेक्जेंड्रे डी मोरेस ने अपने फैसले में कहा कि टेलीग्राम ने ब्राजील के अधिकारियों के अनुरोधों को बार-बार नजरअंदाज किया है। कंपनी ने प्रोफाइल ब्लॉक करने और बोल्सनारो से जुड़े झूठ फैलाने के आरोपी ब्लॉगर एलन डॉस सैंटोस से जुड़ी जानकारी प्रदान करने के पुलिस के अनुरोध को भी नजरअंदाज किया है। न्यायाधीश ने कहा कि टेलीग्राम अपने प्रतिस्पर्धियों के विपरीत ब्राजील में एक कानूनी प्रतिनिधि का नाम देने में भी विफल रहा है।
व्हाट्सएप के अपनी नीति बदलने बाद से ही बोल्सनारो के कई समर्थकों ने टेलीग्राम की ओर रुख कर लिया है। इधर, राष्ट्रपति ने अक्सर डी मोरेस और ब्राजील की शीर्ष अदालत पर उन फैसलों का आरोप लगाया है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ जाते हैं।
ब्राजील के सोशल मीडिया में गलत सूचना की जांच की अध्यक्षता करने वाले डी मोरेस ने अक्तूबर में डॉस सैंटोस की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था। हालांकि भगोड़ा घोषित हो चुका सामाजिक कार्यकर्ता कहा जाने वाला यह शख्स अब संयुक्त राज्य अमेरिका में है, और वहीं से टेलीग्राम पर सक्रिय रहता है।
डी मोरेस ने अपने फैसले में कहा कि टेलीग्राम प्लेटफॉर्म, हर संभव अवसर में, ब्राजील की न्यायपालिका के लिए पूरी तरह से अवहेलना करते हुए न्यायिक आदेशों का पालन करने में विफल रहा। उन्होंने कहा कि संघीय पुलिस की ओर से इस एप को बंद करने का सुझाव आया है। उधर, डॉस सैंटोस ने कहा है कि डी मोरेस का यह फैसला पूरी तरह से उनकी खुद की इच्छा पर आधारित है।
हर हफ्ते बोल्सनारो के लाइव प्रसारण को प्रसारित करने वाले एक रेडियो और टीवी चैनल जोवेम पैन को ब्लॉगर ने बताया कि किसी बिंदु पर उसे रोकना होगा या रोकना होगा। मुझे विश्वास नहीं है कि ब्राजील के लोग इन अत्याचारों को और बर्दाश्त करेंगे। न्यायाधीश ने अपने फैसले में कहा कि ब्राजील में टेलीग्राम के कार्यों का पूर्ण निलंबन तब तक रहेगा जब तक कि पहले जारी किए गए न्यायिक निर्णय तामील नहीं किए जाते। डी मोरेस ने टेलीग्राम को ब्लॉक करने के लिए एपल, गूगल और ब्राजीलियाई फोन कंपनियों को पांच दिन का समय दिया है।