Desh

शीतकालीन सत्र: लोकसभा में उठी समान नागरिकसंहिता लागू करने की मांग

अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली।
Published by: Jeet Kumar
Updated Thu, 02 Dec 2021 02:44 AM IST

सार

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा धर्म के आधार पर बंटवारे के बावजूद भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां धर्म आधारित निजी कानून को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

सांकेतिक तस्वीर….
– फोटो : अमर उजाला

ख़बर सुनें

लोकसभा में बुधवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कानून बनाने की मांग की। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट की हालिया व्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी इसे लागू न किया जाना दुखद है।

उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर बंटवारे के बावजूद भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां धर्म आधारित निजी कानून को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हम समान नागरिक संहिता लागू नहीं कर रहे, इसलिए इसमें अदालतों को लगातार हस्तक्षेप करना पड़ रहा है।

बांध सुरक्षा (संशोधन) बिल-2019 पेश
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे और शोर-शराबे के बीच बांध सुरक्षा विधेयक (संशोधन)-2019 पेश किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि देश में छोटे-बड़े 5,000 बांध हैं। इनमें से ज्यादातर बांध 25 साल से पुराने हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से 670 बांध भूकंप के लिहाज से संवेदनशील हैं। 

चीनी घुसपैठ पर राज्यसभा सचिवालय ने मेरे सवाल नहीं लिए : स्वामी
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने कहा कि लद्दाख में एलएसी पर चीन ने घुसपैठ की या नहीं इसे लेकर राज्यसभा सचिवालय ने मेरे सवाल लेने से इनकार कर दिया। राज्यसभा सचिवालय ने कहा कि संवेदनशील मुद्दे पर वह संबंधित मंत्रालय की अनुशंसा पर ही काम करता है।

प्रधानमंत्री हालांकि पिछले साल सर्वदलीय बैठक में कह चुके हैं कि भारत में न तो कोई घुसा है और न ही उसकी जमीन पर किसी ने कब्जा किया है। उल्लेखनीय है कि विपक्ष भारत-चीन विवाद पर लगातार प्रधानमंत्री मोदी और सरकार पर हमलावर रही है।

विस्तार

लोकसभा में बुधवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कानून बनाने की मांग की। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट की हालिया व्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी इसे लागू न किया जाना दुखद है।

उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर बंटवारे के बावजूद भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां धर्म आधारित निजी कानून को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हम समान नागरिक संहिता लागू नहीं कर रहे, इसलिए इसमें अदालतों को लगातार हस्तक्षेप करना पड़ रहा है।

बांध सुरक्षा (संशोधन) बिल-2019 पेश

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे और शोर-शराबे के बीच बांध सुरक्षा विधेयक (संशोधन)-2019 पेश किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि देश में छोटे-बड़े 5,000 बांध हैं। इनमें से ज्यादातर बांध 25 साल से पुराने हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से 670 बांध भूकंप के लिहाज से संवेदनशील हैं। 

चीनी घुसपैठ पर राज्यसभा सचिवालय ने मेरे सवाल नहीं लिए : स्वामी

भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने कहा कि लद्दाख में एलएसी पर चीन ने घुसपैठ की या नहीं इसे लेकर राज्यसभा सचिवालय ने मेरे सवाल लेने से इनकार कर दिया। राज्यसभा सचिवालय ने कहा कि संवेदनशील मुद्दे पर वह संबंधित मंत्रालय की अनुशंसा पर ही काम करता है।

प्रधानमंत्री हालांकि पिछले साल सर्वदलीय बैठक में कह चुके हैं कि भारत में न तो कोई घुसा है और न ही उसकी जमीन पर किसी ने कब्जा किया है। उल्लेखनीय है कि विपक्ष भारत-चीन विवाद पर लगातार प्रधानमंत्री मोदी और सरकार पर हमलावर रही है।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: