न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sun, 20 Mar 2022 09:52 AM IST
सार
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा फैब्रिक(कपड़ा) बनाया है, जिसकी मदद से हम अपनी दिल की धड़कनों को आसानी से सुन सकते हैं।
अभी तक आप अपने दिल की धड़कनों, पल्स व अन्य तरह की चीजों की निगरानी के लिए स्मार्टवॉच का ही उपयोग करते थे, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने ऐसा कपड़ा बनाने में सफलता हासिल की है, जिसकी मदद से आप आसानी से दिल और सांसों की निगरानी कर सकेंगे। दरअसल, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) और रोड आइलैंड स्कूल ऑफ डिज़ाइन (आरआईएसडी) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा फैब्रिक(कपड़ा) बनाया है, जिसकी मदद से हम अपनी दिल की धड़कनों और सांसों को आसानी से सुन सकते हैं। इसके अलावा आस-पास की धीमी आवाजों को भी सुना जा सकता है। यह फैब्रिक माइक्रोफ़ोन व स्पीकर दोनों की तरह काम करता है।
त्वचा के साथ करता है इंटरफेस
यह शोध एक नेचर जर्नल में प्रकाशित हुई है। प्रमुख वैज्ञानिक एमआईटी के वेई यान कहते हैं कि “यह कपड़ा मानव त्वचा के साथ स्पष्ट रूप से इंटरफेस कर सकता है, जिससे पहनने वाला अपने दिल और श्वसन की स्थिति पर निगरानी कर सकता है।” वह कहते हैं कि हम इसे और भी ज्यादा अपग्रेड करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे यह स्पेसफ्लाइट और यहां तक कि बिल्डिंग-क्रैक तक को मॉनीटर कर सके।
कैसे सुनाई देती है आवाज
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जिस तरह से एक माइक्रोफोन काम करता है ठीक वैसे ही यह कपड़ा ध्वनि को यांत्रिक कंपन में परिवर्तित करता है। इसके बाद इन कंपन को विद्युत संकेतों में बदल लेता है, जिस तरह से हमारे कान काम करते हैं। एमआईटी के वैज्ञानिक योएल फिंक कहते हैं कि, हम मानव शरीर के कान के पर्दे ने इस तरह का कपड़ा बनाने के लिए प्रेरित हुए बाद में यह सामने आया कि कान का पर्दा भी एक तरह के फैब्रिक से ही बना होता है।
विस्तार
अभी तक आप अपने दिल की धड़कनों, पल्स व अन्य तरह की चीजों की निगरानी के लिए स्मार्टवॉच का ही उपयोग करते थे, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने ऐसा कपड़ा बनाने में सफलता हासिल की है, जिसकी मदद से आप आसानी से दिल और सांसों की निगरानी कर सकेंगे। दरअसल, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) और रोड आइलैंड स्कूल ऑफ डिज़ाइन (आरआईएसडी) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा फैब्रिक(कपड़ा) बनाया है, जिसकी मदद से हम अपनी दिल की धड़कनों और सांसों को आसानी से सुन सकते हैं। इसके अलावा आस-पास की धीमी आवाजों को भी सुना जा सकता है। यह फैब्रिक माइक्रोफ़ोन व स्पीकर दोनों की तरह काम करता है।
त्वचा के साथ करता है इंटरफेस
यह शोध एक नेचर जर्नल में प्रकाशित हुई है। प्रमुख वैज्ञानिक एमआईटी के वेई यान कहते हैं कि “यह कपड़ा मानव त्वचा के साथ स्पष्ट रूप से इंटरफेस कर सकता है, जिससे पहनने वाला अपने दिल और श्वसन की स्थिति पर निगरानी कर सकता है।” वह कहते हैं कि हम इसे और भी ज्यादा अपग्रेड करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे यह स्पेसफ्लाइट और यहां तक कि बिल्डिंग-क्रैक तक को मॉनीटर कर सके।
कैसे सुनाई देती है आवाज
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जिस तरह से एक माइक्रोफोन काम करता है ठीक वैसे ही यह कपड़ा ध्वनि को यांत्रिक कंपन में परिवर्तित करता है। इसके बाद इन कंपन को विद्युत संकेतों में बदल लेता है, जिस तरह से हमारे कान काम करते हैं। एमआईटी के वैज्ञानिक योएल फिंक कहते हैं कि, हम मानव शरीर के कान के पर्दे ने इस तरह का कपड़ा बनाने के लिए प्रेरित हुए बाद में यह सामने आया कि कान का पर्दा भी एक तरह के फैब्रिक से ही बना होता है।
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