एजेंसी, सियोल
Published by: Kuldeep Singh
Updated Mon, 04 Oct 2021 05:12 AM IST
सार
यूएनएससी की शुक्रवार को बंद कमरे में हुई आपात बैठक में फ्रांस ने कहा था कि वह उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण कार्यक्रम को लेकर चिंतित है और उससे बैलिस्टिक मिसाइल फायरिंग पर प्रतिबंध लगाने वाले परिषद के प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने का आह्वान करता है।
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन
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विस्तार
यूएनएससी की शुक्रवार को बंद कमरे में हुई आपात बैठक में फ्रांस ने कहा था कि वह उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण कार्यक्रम को लेकर चिंतित है और उससे बैलिस्टिक मिसाइल फायरिंग पर प्रतिबंध लगाने वाले परिषद के प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने का आह्वान करता है।
इसके जवाब में उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी जो चोल सु ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र परिषद को चेतावनी दी कि अगर वह उत्तर कोरिया की संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश करता है, तो भविष्य में इसके खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।
उत्तर कोरियाई मीडिया में प्रसारित बयान के मुताबिक, जो ने संयुक्त राष्ट्र के निकाय पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विश्व निकाय अमेरिका और उसके साझेदारों के प्रति इसी तरह के हथियार परीक्षण पर समान रुख नहीं अपना रहा है। बता दें कि करीब छह महीने तक शांत रहने के बाद उत्तर कोरिया ने सितंबर में फिर से नई विकसित मिसाइलों का परीक्षण शुरू किया, जो परमाणु हाथियार ले जाने में सक्षम हैं और जिनकी जद में अमेरिका के सहयोगी दक्षिण कोरिया और जापान हैं।
सियोल पर दबाव बनाने की कोशिश
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से सशर्त वार्ता की पेशकश की है। कुछ विशेषज्ञों का मनना है कि यह पेशकश सियोल पर दबाव बनाने की कोशिश हो सकती है, ताकि वह अमेरिका से उत्तर कोरिया पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में ढील देने के लिए कहे।