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भारत-चीन: सीमा पर तनाव के बावजूद कारोबार में इजाफा, पिछले साल छुआ 125 अरब डॉलर का रिकॉर्ड स्तर

भारत-चीन: सीमा पर तनाव के बावजूद कारोबार में इजाफा, पिछले साल छुआ 125 अरब डॉलर का रिकॉर्ड स्तर

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Fri, 14 Jan 2022 08:42 PM IST

सार

सीमा पर तनाव के बावजूद भारत और चीन के कारोबार पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है। पिछले साल दोनों देशों के बीच कारोबार में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है।

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भारत और चीन का द्विपक्षीय कारोबार साल 2021 में 125 अरब अमेरिकी डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दोनों देशों के बीच व्यापार ने यह आंकड़ा तब छुआ है जब पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा है। आंकड़ों के अनुसार भारत का कारोबारी घाटा भी बढ़कर 69 अरब डॉलर से अधिक हो गया।
आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में दोनों देशों के एक-दूसरे को निर्यात में इजाफा दर्ज किया गया। पिछले साल चीन की ओर से भारत को निर्यात 46.2 फीसद बढ़कर 97.52 अरब पर पहुंच गया। इसके साथ ही इस दौरान भारत की ओर से चीन को निर्यात भी 34.2 फीसदी बढ़ा और 28.14 अरब डॉलर हो गया। वहीं, इस साल भारत का कारोबारी घाटा 69.38 अरब डॉलर हो गया। 

कारोबारी घाटे का मुद्दा उठाता रहा है भारत
भारत बढ़ते कारोबारी घाटे के मुद्दे को लेकर अपनी चिंताओं को चीन के साथ एक दशक से अधिक समय से अवगत कराता रहा है। भारत  अपने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) व फार्मास्यूटिकल उत्पादों के लिए बीजिंग से इसके बाजारों को खोलने की मांग करता रहा है। हालांकि, 2021 में कारोबार बढ़ने के बाद भी सीमा विवाद के चलते दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण ही बने रहे।

कोरोना ने बढ़ाया चीन से भारत को निर्यात
जानकारों का कहना है कि चीन का निर्यात बढ़ने के पीछे कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर भी काफी हद तक जिम्मेदार रही। इसकी वजह से भारत को अपने तेजी से बढ़ते फार्मास्यूटिकल उद्योग के लिए बड़ी मात्रा में चिकित्सकीय उत्पाद और कच्चा माल निर्यात करना पड़ा। हालांकि, अब भारत का ये उद्योग काफी सक्षम हुआ है और अन्य देशों पर निर्भरता घटी है।

अभी भी बना हुआ है सीमा पर सैन्य गतिरोध
भारत और चीन की सेनाओं के बीच सीमा पर गतिरोध की शुरुआत पिछले साल पांच मई को पैंगोंग झील इलाके में एक हिंसक झड़प के साथ हुई थी। इसके बाद दोनों पक्षों ने तेजी के साथ सीमा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाई थी और हजारों की संख्या में सैनिकों को भारी हथियारों के साथ तैनात किया था। फिलहाल दोनों के बीच विवाद हल करने के लिए वार्ताओं का दौर चल रहा है।

विस्तार

भारत और चीन का द्विपक्षीय कारोबार साल 2021 में 125 अरब अमेरिकी डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दोनों देशों के बीच व्यापार ने यह आंकड़ा तब छुआ है जब पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा है। आंकड़ों के अनुसार भारत का कारोबारी घाटा भी बढ़कर 69 अरब डॉलर से अधिक हो गया।

आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में दोनों देशों के एक-दूसरे को निर्यात में इजाफा दर्ज किया गया। पिछले साल चीन की ओर से भारत को निर्यात 46.2 फीसद बढ़कर 97.52 अरब पर पहुंच गया। इसके साथ ही इस दौरान भारत की ओर से चीन को निर्यात भी 34.2 फीसदी बढ़ा और 28.14 अरब डॉलर हो गया। वहीं, इस साल भारत का कारोबारी घाटा 69.38 अरब डॉलर हो गया। 

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