बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, अहमदाबाद
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sun, 13 Feb 2022 02:08 PM IST
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 8 नवंबर, 2019 को पहली बार शिकायत दर्ज कराई थी। इसपर सीबीआई ने 12 मार्च, 2020 को कंपनी से जवाब मांगा था। इसके लगभग पांच महीने बाद कंपनी ने नए सिरे से शिकायत दर्ज कराई थी। 18 महीने की जांच के बाद सीबीआई ने सात फरवरी 2022 को शिकायत दर्ज कराई।
देश में बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है। यह घोटाला जहाज निर्माण कंपनी ABG शिपयार्ड द्वारा की गई है। सीबीआई ने एसबीआई की शिकायत पर एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड, उसके चेयरमैन व प्रबंध निदेशक ऋषि अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। कंपनी व उसके निदेशकों पर एसबीआई के नेतृत्व वाले 28 बैंकों के समूह से 22,842 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी का आरोप है। गुजरात के दाहेज और सूरत में एबीजी समूह की यह शिपयार्ड कंपनी पानी के जहाज बनाने और उनकी मरम्मत का काम करती है। अब तक यह कंपनी 165 जहाज बना चुकी है। अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि एबीजी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक संघ को कथित रूप से धोखा देने का आरोप है। इस घोटाले को देश में बैंकिंग इतिहास तक का सबसे बड़ा घोटाला इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह नीरव मोदी से भी बड़ा घोटाला है।
घोटाले के पैसे से विदेशों में खरीदी गई प्रॉपर्टी
सीबीआई की एफआईआर के अनुसार घोटाला करने वाली दो प्रमुख कंपनियों के नाम एबीजी शिपयार्ड और एबीजी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड हैं। दोनों कंपनियां एक ही समूह की हैं। कंपनियों पर आरोप है कि घोटाले किए गए पैसे को विदेश में भेजकर अरबों रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी गईं। बैंकिंग कानूनों को ताक पर रखकर पैसा एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भेजा गया।
विस्तार
देश में बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है। यह घोटाला जहाज निर्माण कंपनी ABG शिपयार्ड द्वारा की गई है। सीबीआई ने एसबीआई की शिकायत पर एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड, उसके चेयरमैन व प्रबंध निदेशक ऋषि अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। कंपनी व उसके निदेशकों पर एसबीआई के नेतृत्व वाले 28 बैंकों के समूह से 22,842 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी का आरोप है। गुजरात के दाहेज और सूरत में एबीजी समूह की यह शिपयार्ड कंपनी पानी के जहाज बनाने और उनकी मरम्मत का काम करती है। अब तक यह कंपनी 165 जहाज बना चुकी है। अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि एबीजी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक संघ को कथित रूप से धोखा देने का आरोप है। इस घोटाले को देश में बैंकिंग इतिहास तक का सबसे बड़ा घोटाला इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह नीरव मोदी से भी बड़ा घोटाला है।
घोटाले के पैसे से विदेशों में खरीदी गई प्रॉपर्टी
सीबीआई की एफआईआर के अनुसार घोटाला करने वाली दो प्रमुख कंपनियों के नाम एबीजी शिपयार्ड और एबीजी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड हैं। दोनों कंपनियां एक ही समूह की हैं। कंपनियों पर आरोप है कि घोटाले किए गए पैसे को विदेश में भेजकर अरबों रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी गईं। बैंकिंग कानूनों को ताक पर रखकर पैसा एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भेजा गया।