एजेंसी, ढाका
Published by: देव कश्यप
Updated Tue, 10 Aug 2021 01:47 AM IST
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हालांकि पुलिस अधिकारी ने यह नहीं बताया कि कितने मंदिरों में तोड़फोड़ हुई है, लेकिन बताया कि इस घटना के बाद इलाके में तनाव के हालात हैं और अतिरिक्ति पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दस कट्टरपंथियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन यह नहीं बताया गया है कि ये गिरफ्तारियां किस धारा में हुईं और गिरफ्तार लोगों के बारे में कुछ भी खुलासा नहीं किया गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब नौ बजे अल्पसंख्यक हिंदू महिला श्रद्धालुओं के एक समूह ने एक धार्मिक यात्रा निकाली थी। यह यात्रा पुरबा पारा मंदिर से शियाली श्मशान घाट तक थी। उन्होंने रास्ते में एक मस्जिद पार की थी, इस दौरान मस्जिद के इमाम ने चिल्लाते हुए यात्रा का विरोध किया। इससे हिंदू भक्तों और इस्लामी मौलवी के बीच तीखी बहस हुई और अगले ही दिन मंदिरों को निशाना बनाया गया।
100 से ज्यादा थे हमलावर
स्थानीय पूजा उदयपोन परिषद के अध्यक्ष शक्तिपाड़ा बसु ने के मुताबिक सौ से ज्यादा हमलावरों ने धारदार हथियारों से हिंदू समुदाय और उनके मंदिरों पर हमला किया। उन्होंने बाजार में गणेश मलिक की दवा की दुकान, श्रीवास्तव मलिक की किराना दुकान, सौरव मलिक की चाय और किराने की दुकान, अनिर्बान हीरा और उनके पिता की दुकान में तोड़फोड़ की। जब हिंदुओं ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो इन लोगों ने मारपीट कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। इससे पहले कि ग्रामीण एकजुट हो पाते और मारपीट करते, आरोपी युवक मौके से फरार हो चुके थे। बदमाशों ने हिंदुओं के घरों में भी लूटपाट की।
दोनों समुदायों में गलतफहमी
रूपसा पुलिस थाने के अधिकारी सरदार मोशर्रफ हुसैन ने बताया कि इलाके में अब शांति है। उन्होंने बताया कि हिंदू समुदाय के लोग नमाज के दौरान कथित तौर पर गाने गा रहे थे। अधिकारियों ने इसे दोनों समुदायों के बीच गलतफहमी बताया है। रूपसा के कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि विवाद का समाधान उसी दिन कर लिया गया था और अगले दिन हुए हमले का इस विवाद से कोई संबंध नहीं था।
पाकिस्तान : तोड़फोड़ से नाराज लोगों ने लगाए जय श्री राम के नारे
प्रसिद्ध प्राचीन गणेश मंदिर में तोड़फोड़ के बाद पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के लोगों का गुस्सा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शासन के खिलाफ जारी प्रदर्शनों की कड़ी में अल्पसंख्यकों ने रविवार लगातार सड़कों पर उतरकर कराची प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया। सबसे अहम बात ये है कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम और हर-हर महादेव का जयकारे लगाए। इस प्रदर्शन को सिख, पारसी, ईसाई और कुछ अन्य समुदाय के लोगों का भी समर्थन मिला। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने रहीम यार खान क्षेत्र के गणेश मंदिर में गुंडों के द्वारा की गई तोड़फोड़ की निंदा की और कार्रवाई की मांग की।