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बढ़ेगा तनाव: उत्तर कोरिया ने इस माह तीसरी बार किया मिसाइल परीक्षण

एजेंसी, सियोल।
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 15 Jan 2022 01:05 AM IST

सार

उत्तर कोरियाई सरकारी समाचार एजेंसी ने विदेश मंत्रालय के अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से कहा कि हमने हाइपरसोनिक मिसाइलों का प्रक्षेपण आत्मरक्षा के लिए किया जो एक उचित अभ्यास था।

सांकेतिक तस्वीर…
– फोटो : सोशल मीडिया

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दक्षिण कोरिया और जापान के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को इस माह में तीसरी बार बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया है। समझा जाता है कि अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने हाल ही में दो मिसाइल परीक्षणों के बाद उस पर लगाई नई पाबंदियों के जवाब में उत्तर कोरिया ने यह कदम उठाया है। मिसाइल दागने के कुछ घंटे बाद उत्तर कोरिया ने अमेरिका की लगाई नई पाबंदियों की निंदा भी की।

उत्तर कोरिया ने बयान जारी करते हुए आगाह किया कि यदि अमेरिका टकराव वाला रुख बरकरार रखता है तो वह और कठोर कदम उठाएगा। इस बीच, दक्षिण कोरियाई ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया, मिसाइल पूर्व दिशा में दागी गई, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि मिसाइल कहां जाकर गिरी। उन्होंने मिसाइल के बारे में विस्तार से कोई और जानकारी नहीं दी।

जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय ने भी कहा कि उन्हें उत्तर कोरिया के इस परीक्षण का पता चला और वह निश्चित रूप से एक बैलिस्टिक मिसाइल है। जापान के तट रक्षक ने एक सुरक्षा परामर्श जारी करते हुए कहा कि एक वस्तु संभवत: गिरी थी। तट रक्षक ने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के साथ-साथ पूर्वी चीन सागर और उत्तर प्रशांत के बीच मौजूद जहाजों से आग्रह किया है कि वे आगे दी जाने वाली जानकारी पर नजर बनाए रखें।

नए अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद उत्तर कोरिया ने दी कार्रवाई की चेतावनी
उत्तर कोरिया ने उसके परीक्षणों को लेकर देश पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन पर निशाना साधा और चेताया कि यदि अमेरिका अपने टकराव वाले रुख पर कायम रहता है तो उसके खिलाफ कड़ी व स्पष्ट कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर कोरियाई सरकारी समाचार एजेंसी ने विदेश मंत्रालय के अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से कहा कि हमने हाइपरसोनिक मिसाइलों का प्रक्षेपण आत्मरक्षा के लिए किया जो एक उचित अभ्यास था।

प्रवक्ता ने कहा, नए प्रतिबंध अमेरिका के शत्रुतापूर्ण इरादे को रेखांकित करते हैं, जिसका मकसद उत्तर कोरिया को अलग-थलग करना व दबाव बनाना है।

विस्तार

दक्षिण कोरिया और जापान के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को इस माह में तीसरी बार बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया है। समझा जाता है कि अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने हाल ही में दो मिसाइल परीक्षणों के बाद उस पर लगाई नई पाबंदियों के जवाब में उत्तर कोरिया ने यह कदम उठाया है। मिसाइल दागने के कुछ घंटे बाद उत्तर कोरिया ने अमेरिका की लगाई नई पाबंदियों की निंदा भी की।

उत्तर कोरिया ने बयान जारी करते हुए आगाह किया कि यदि अमेरिका टकराव वाला रुख बरकरार रखता है तो वह और कठोर कदम उठाएगा। इस बीच, दक्षिण कोरियाई ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया, मिसाइल पूर्व दिशा में दागी गई, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि मिसाइल कहां जाकर गिरी। उन्होंने मिसाइल के बारे में विस्तार से कोई और जानकारी नहीं दी।

जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्रालय ने भी कहा कि उन्हें उत्तर कोरिया के इस परीक्षण का पता चला और वह निश्चित रूप से एक बैलिस्टिक मिसाइल है। जापान के तट रक्षक ने एक सुरक्षा परामर्श जारी करते हुए कहा कि एक वस्तु संभवत: गिरी थी। तट रक्षक ने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के साथ-साथ पूर्वी चीन सागर और उत्तर प्रशांत के बीच मौजूद जहाजों से आग्रह किया है कि वे आगे दी जाने वाली जानकारी पर नजर बनाए रखें।

नए अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद उत्तर कोरिया ने दी कार्रवाई की चेतावनी

उत्तर कोरिया ने उसके परीक्षणों को लेकर देश पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन पर निशाना साधा और चेताया कि यदि अमेरिका अपने टकराव वाले रुख पर कायम रहता है तो उसके खिलाफ कड़ी व स्पष्ट कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर कोरियाई सरकारी समाचार एजेंसी ने विदेश मंत्रालय के अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से कहा कि हमने हाइपरसोनिक मिसाइलों का प्रक्षेपण आत्मरक्षा के लिए किया जो एक उचित अभ्यास था।

प्रवक्ता ने कहा, नए प्रतिबंध अमेरिका के शत्रुतापूर्ण इरादे को रेखांकित करते हैं, जिसका मकसद उत्तर कोरिया को अलग-थलग करना व दबाव बनाना है।

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