न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: Jeet Kumar
Updated Mon, 13 Sep 2021 12:49 AM IST
सार
भवानीपुर उपचुनाव में राजनीति गर्म है। भाजपा ममता बनर्जी के लिए आसान रास्ता नहीं छोड़ना चाहती। वहीं दिग्गज नेता भी भवानीपुर में जुटना शुरू हो गए हैं।
ख़बर सुनें
विस्तार
भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि हमें प्रशासन, पुलिस, माफिया और धनबल से लड़ना है। नंदीग्राम में ममता बनर्जी हार गईं। अगर 60-65 फीसदी मतदान हुआ तो बंगाल की बेटी प्रियंका टिबरेवाल विजयी होंगी।
टिबरेवाल ने टीएमसी पर साधा निशाना
विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की भवानीपुर सीट से उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि भवानीपुर में चुनाव पारदर्शिता के साथ नहीं कराए जाएंगे, क्योंकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं करती वह हिंसा की राजनीति करती है।
कौन है प्रियंका टिबरेवाल जिसपर भाजपा ने जताया भरोसा
भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रहीं प्रियंका टिबरेवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावती होकर 2014 में भाजपा में शामिल हुईं। उनके बारे में कहा जाता है कि वे प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित हैं और उन्हें राजनीति में अपना आदर्श मानती हैं।
2015 में प्रियंका टिबरेवाल भाजपा की टिकट से वार्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के स्वपन समदार से वह हार गईं थीं। भाजपा में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला और अगस्त 2020 में उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया।
कांग्रेस नहीं उतारेगी उम्मीदवार
पश्चिम बंगाल में होने जा रहे उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी भवानीपुर सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पार्टी ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला लिया है।
