टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Sat, 29 Jan 2022 01:05 PM IST
सार
पिछले कुछ सालों में 25 मिलियन सेकेंड हैंड स्मार्टफोन का कारोबार किया जिससे करीब 17,250 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। औसतन देखें तो एक सेकेंड हैंड फोन करीब 7,050 रुपये में बिका है।
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विस्तार
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पिछले कुछ सालों में 25 मिलियन सेकेंड हैंड स्मार्टफोन का कारोबार किया जिससे करीब 17,250 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। औसतन देखें तो एक सेकेंड हैंड फोन करीब 7,050 रुपये में बिका है।
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रू ने इस रिपोर्ट की लॉन्चिंग पर कहा कि बाजार की वृद्धि यह भी ई-कचरे में गिरावट का कारण बनेगी। पुराने फोन की बिक्री जितनी बढ़ेगी, ई-कचरा उतना ही कम होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सेकेंड हैंड फोन के रूप में बिकने वाले 95 फीसदी फोन ज्यों का त्यों रहते हैं यानी उन्हें एक बार भी रिपेयर नहीं किया गया होता है, जबकि महज 5 फीसदी फोन ही ऐसे बिकते हैं जिन्हें रिपेयर किया गया होता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सेकेंड हैंड मार्केट में स्मार्टफोन का बाजार सबसे ज्यादा यानी करीब 90 फीसदी से भी अधिक है। अन्य 10 फीसदी मार्केट में सेकेंड हैंड लैपटॉप, स्मार्टवॉच, गेमिंग कंसोल और कैमरे अपनी जगह धीरे-धीरे बना रहे हैं। भारत सेकेंड हैंड गैजेट बेचने और खरीदने वाली प्रमुख वेबसाइट में cashify और 2Gud के नाम शामिल हैं। इसके अलावा अमेजन और फ्लिपकार्ट पर भी सेकेंड हैंड फोन बेचे जाते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक सेकेंड-हैंड स्मार्टफोन खरीदने वाले 78 फीसदी यूजर्स की मासिक आय 30,000 रुपये से कम है और 18 फीसदी यूजर्स ऐसे हैं जिनकी मासिक आय 30,000-50,000 रुपये है। सीधे शब्दों में कहें तो मोटे पैसे कमाने वाले लोग भी सेकेंड हैंड फोन खरीदने से नहीं कतरा रहे हैं। इसका मतलब यह है कि सेकेंड हैंड फोन पर लोगों का भरोसा बढ़ रहा है।
