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पतंजलि को राहत: समूह के दो टीवी चैनलों को नेपाल ने दी क्लीन चिट, कानूनों के उल्लंघन का था आरोप

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, काठमांडो
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Thu, 25 Nov 2021 08:41 PM IST

सार

पिछले सप्ताह नेपाल में अपने दो चैनलों की शुरुआत के बाद पतंजलि समूह पर वहां के कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप लगा था। अब इसकी जांच में नेपाल सरकार ने पतंजलि समूह को राहत दे दी है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

योग गुरु रामदेव
– फोटो : पीटीआई (फाइल)

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योग गुरु रामदेव के पतंजलि समूह के दो टेलीविजन चैनलों को नेपाल सरकार की ओर से क्लीन चिट मिल गई है। नेपाल सरकार ने  समूह को यह राहत अपनी जांच के बाद दी है जिसमें उसने पाया कि समूह ने काठमांडो में कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं बनाया है और स्थानीय कानूनों का उल्लंघन नहीं किया है। 

प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने पिछले सप्ताह दो टीवी चैनलों की शुरुआत की थी। यहां रामदेव और उनके करीबी आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद थे। इन चैनलों के नाम ‘आस्था नेपाल टीवी’ और ‘पतंजलि नेपाल टीवी’ हैं।

मीडिया क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देता है नेपाल का कानून
नेपाल का कानून मीडिया के क्षेत्र में किसी विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देता है। ऐसे में दोनों चैनलों की लॉन्चिंग के साथ ही विवाद भी शुरू हो गया। विवाद शुरू होने के बाद नेपाल के सूचना एवं प्रसारण विभाग ने इसे लेकर अपनी जांच शुरू की थी। गुरुवार को विभाग ने अपनी जांच सार्वजनिक की। 

विभाग के महानिदेशक गोगन बहादुर हमाल ने कहा कि मामले की जांच में हमने पाया कि उन्होंने (पतंजलि समूह) असल में टीवी चैनल लॉन्च नहीं किए थे और न ही हमारे विभाग में कोई पंजीकरण ही कराया था। उन्होंने बताया कि पतंजलि समूह ने केवल सांकेतिक रूप से इन चैनलों की शुरुआत की थी।

जांच में सामने आया, पतंजलि समूह नेपाल में कोई उपकरण नहीं लाया
हमाल ने कहा कि जांच में यह भी साफ हुआ है कि समूह की ओर से चैनलों का संचालन करने के लिए कोई उपकरण यहां नहीं लाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर समूह कोई उपकरण यहां लाया होता और चैनल का संचालन शुरू कर देता तो हम उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई करते।

उन्होंने कहा, ‘नेपाल का कानून मीडिया के क्षेत्र में किसी भी तरह के विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देता है। अगर कोई समूह नेपाल में एक टेलीविजन चैनल की शुरुआत करना चाहता है तो इसके लिए निवेश नेपाली ही होना चाहिए और कंपनी का उचित व वैध तरीके से नेपाल में पंजीकरण भी होना चाहिए।’

इससे पहले पतंजलि योगपीठ नेपाल ने एक बयान में कहा था कि हम चैनलों के लिए कंपनी रजिस्ट्रार के ऑफिस से पहले ही वेरिफिकेशन की प्रक्रिया से गुजर चुके हैं। बयान में कहा गया था कि चैनलों के संचालन के लिए संबंधित निकायों से आगे की अनुमतियों के लिए प्रक्रिया की शुरुआत भी की जा चुकी है।

विस्तार

योग गुरु रामदेव के पतंजलि समूह के दो टेलीविजन चैनलों को नेपाल सरकार की ओर से क्लीन चिट मिल गई है। नेपाल सरकार ने  समूह को यह राहत अपनी जांच के बाद दी है जिसमें उसने पाया कि समूह ने काठमांडो में कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं बनाया है और स्थानीय कानूनों का उल्लंघन नहीं किया है। 

प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने पिछले सप्ताह दो टीवी चैनलों की शुरुआत की थी। यहां रामदेव और उनके करीबी आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद थे। इन चैनलों के नाम ‘आस्था नेपाल टीवी’ और ‘पतंजलि नेपाल टीवी’ हैं।

मीडिया क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देता है नेपाल का कानून

नेपाल का कानून मीडिया के क्षेत्र में किसी विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देता है। ऐसे में दोनों चैनलों की लॉन्चिंग के साथ ही विवाद भी शुरू हो गया। विवाद शुरू होने के बाद नेपाल के सूचना एवं प्रसारण विभाग ने इसे लेकर अपनी जांच शुरू की थी। गुरुवार को विभाग ने अपनी जांच सार्वजनिक की। 

विभाग के महानिदेशक गोगन बहादुर हमाल ने कहा कि मामले की जांच में हमने पाया कि उन्होंने (पतंजलि समूह) असल में टीवी चैनल लॉन्च नहीं किए थे और न ही हमारे विभाग में कोई पंजीकरण ही कराया था। उन्होंने बताया कि पतंजलि समूह ने केवल सांकेतिक रूप से इन चैनलों की शुरुआत की थी।

जांच में सामने आया, पतंजलि समूह नेपाल में कोई उपकरण नहीं लाया

हमाल ने कहा कि जांच में यह भी साफ हुआ है कि समूह की ओर से चैनलों का संचालन करने के लिए कोई उपकरण यहां नहीं लाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर समूह कोई उपकरण यहां लाया होता और चैनल का संचालन शुरू कर देता तो हम उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई करते।

उन्होंने कहा, ‘नेपाल का कानून मीडिया के क्षेत्र में किसी भी तरह के विदेशी निवेश की अनुमति नहीं देता है। अगर कोई समूह नेपाल में एक टेलीविजन चैनल की शुरुआत करना चाहता है तो इसके लिए निवेश नेपाली ही होना चाहिए और कंपनी का उचित व वैध तरीके से नेपाल में पंजीकरण भी होना चाहिए।’

इससे पहले पतंजलि योगपीठ नेपाल ने एक बयान में कहा था कि हम चैनलों के लिए कंपनी रजिस्ट्रार के ऑफिस से पहले ही वेरिफिकेशन की प्रक्रिया से गुजर चुके हैं। बयान में कहा गया था कि चैनलों के संचालन के लिए संबंधित निकायों से आगे की अनुमतियों के लिए प्रक्रिया की शुरुआत भी की जा चुकी है।

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