एजेंसी, मुंबई।
Published by: योगेश साहू
Updated Wed, 16 Feb 2022 08:04 AM IST
सार
रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी क्षेत्र में नौकरी छोड़ने की दर उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। उद्योग निकाय के उपाध्यक्ष कृष्णन रामानुजन ने कहा कि अगर दिसंबर तिमाही में शीर्ष-10 आईटी कंपनियों के आंकड़ों को देखें तो ऐसा लगता है कि नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में कमी नहीं आई है तो भी यह स्थिर है।
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विस्तार
कोरोना संकट के दौरान आईटी सेवाओं की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है। इससे इन कंपनियों की कमाई भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में 15.5 फीसदी की वृद्धि पिछले एक दशक के किसी भी वर्ष में हुई वृद्धि में सबसे अधिक है। उद्योग निकाय के अनुसार, 2020-21 में आईटी क्षेत्र की आय 2.3 फीसदी बढ़कर 194 अरब डॉलर रही थी।
4.5 लाख नई नौकरियां
नासकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी उद्योग ने कुल प्रत्यक्ष कर्मचारियों की संख्या को 50 लाख तक पहुंचाने के लिए 4.5 लाख नई नौकरियां दी। नए कर्मचारियों में महिलाओं की संख्या 44 फीसदी रही, जिससे उनकी कुल संख्या बढ़कर 18 लाख पहुंच गई है।
निर्यात से आय 17 फीसदी बढ़ी
भारतीय आईटी कंपनियों की निर्यात से आय 17.2 फीसदी बढ़कर 178 अरब डॉलर हो गई है, जबकि घरेलू आय 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 49 अरब डॉलर पहुंच गई है। घोष ने कहा कि आईटी क्षेत्र में डिजिटल सेवाओं की हिस्सेदारी 25 फीसदी बढ़कर 13 अरब डॉलर हो गई है। देश के पास भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए एक मजबूत कार्यबल है।
नौकरी छोड़ने की दर उच्चतम स्तर पर
रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी क्षेत्र में नौकरी छोड़ने की दर उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। उद्योग निकाय के उपाध्यक्ष कृष्णन रामानुजन ने कहा कि अगर दिसंबर तिमाही में शीर्ष-10 आईटी कंपनियों के आंकड़ों को देखें तो ऐसा लगता है कि नौकरी छोड़ने वालों की संख्या में कमी नहीं आई है तो भी यह स्थिर है। उम्मीद है कि आईटी क्षेत्र में हम इस समस्या के चरम को छू चुके हैं। आगे स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है। नासकॉम के अनुसार, हाल की तिमाहियों में दुनियाभर में डिजिटलीकरण की मांग बढ़ने से कई कंपनियों ने 20 फीसदी से अधिक कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की सूचना दी है।