न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार झा
Updated Fri, 19 Nov 2021 09:57 AM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एलान के बाद सियासी दलों की ओर से प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। राजनीतिक दलों के नेता पीएम मोदी के इस फैसले पर अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। कुछ नेताओं ने इसे देर से लेने वाला फैसला बताया तो कई नेताओं ने किसान हित में लिया गया फैसला बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में बड़ा एलान करते हुए देशवासियों को चौंका दिया। पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करते हुए आंदोलन कर रहे किसानों से घर वापस लौटने की अपील की। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए बीते डेढ़ साल से कुछ किसान संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसान संगठन लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। केंद्र सरकार इसको लेकर कई बार किसान संगठनों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन हर बार बातचीत बेनतीजा रहीं।
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले पर सियासी दलों के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आप नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार को किसानों के आगे आखिरकार झुकना पड़ा। सरकार को यह मांग बहुत पहले ही मान लेनी चाहिए थी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में बड़ा एलान करते हुए देशवासियों को चौंका दिया। पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करते हुए आंदोलन कर रहे किसानों से घर वापस लौटने की अपील की। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए बीते डेढ़ साल से कुछ किसान संगठन विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसान संगठन लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। केंद्र सरकार इसको लेकर कई बार किसान संगठनों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन हर बार बातचीत बेनतीजा रहीं।
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले पर सियासी दलों के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आप नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार को किसानों के आगे आखिरकार झुकना पड़ा। सरकार को यह मांग बहुत पहले ही मान लेनी चाहिए थी।