न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Fri, 31 Dec 2021 08:51 AM IST
सार
दक्षिण अफ्रीका में ही सबसे पहले कोरोना संक्रमित सामने आया था, जिसके बाद यह संक्रमण पूरी दुनिया में फैल गया। अब यहां 25 दिसंबर के बाद से नए मामलों में 29.7 प्रतिशत की कमी देखी गई थी।
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : पीटीआई
एक तरफ जब दुनिया में ओमिक्रॉन संक्रमण के साथ ही कोरोना के मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है तो दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की चौथी लहर से पार पा लिया गया है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने तत्काल प्रभाव से नाइट कर्फ्यू को भी हटा दिया गया है। यह नाइट कर्फ्यू देर रात से सुबह चार बजे तक लागू था।
सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, देश में टीकाकरण और स्वास्थ्य क्षमताओं के आधार पर महामारी को लेकर जारी प्रतिबंधों में कुछ बदलाव किए गए हैं। सरकारी बयान में कहा गया कि देश में कोरोना के मामले निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। सभी संकेत बता रहे हैं कि देश ने चौथी लहर की आशंका को पार कर लिया है। 25 दिसंबर से नए मामलों की संख्या में 29.7 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में सार्वजनिक आंदोलनों पर से भी प्रतिबंध हटा दिया है। नए नियम के मुताबिक, बंद कमरे या हॉल में 1000 और बाहर 2000 लोग सभाएं कर सकते हैं। इसके अलावा शराब की दुकानें रात 11 बजे के बाद भी खुल सकेंगी। हालांकि, कुछ शर्तें जरूरी लागू की जाएंगी। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य है।
अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम
दक्षिण अफ्रीकी सरकार के एक बयान में कहा गया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अन्य वैरिएंट से काफी गुना ज्यादा संक्रामक है। इसके बावजूद पिछली कोरोना लहर की तुलना में इस बार अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम रही।
विस्तार
एक तरफ जब दुनिया में ओमिक्रॉन संक्रमण के साथ ही कोरोना के मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है तो दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की चौथी लहर से पार पा लिया गया है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने तत्काल प्रभाव से नाइट कर्फ्यू को भी हटा दिया गया है। यह नाइट कर्फ्यू देर रात से सुबह चार बजे तक लागू था।
सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, देश में टीकाकरण और स्वास्थ्य क्षमताओं के आधार पर महामारी को लेकर जारी प्रतिबंधों में कुछ बदलाव किए गए हैं। सरकारी बयान में कहा गया कि देश में कोरोना के मामले निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। सभी संकेत बता रहे हैं कि देश ने चौथी लहर की आशंका को पार कर लिया है। 25 दिसंबर से नए मामलों की संख्या में 29.7 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में सार्वजनिक आंदोलनों पर से भी प्रतिबंध हटा दिया है। नए नियम के मुताबिक, बंद कमरे या हॉल में 1000 और बाहर 2000 लोग सभाएं कर सकते हैं। इसके अलावा शराब की दुकानें रात 11 बजे के बाद भी खुल सकेंगी। हालांकि, कुछ शर्तें जरूरी लागू की जाएंगी। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य है।
अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम
दक्षिण अफ्रीकी सरकार के एक बयान में कहा गया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अन्य वैरिएंट से काफी गुना ज्यादा संक्रामक है। इसके बावजूद पिछली कोरोना लहर की तुलना में इस बार अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम रही।
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