न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Sun, 27 Mar 2022 07:22 PM IST
सार
एसबीआई ने कहा है कि हड़ताल से सेवाओं पर कुछ हद तक असर पड़ सकता है। मने अपनी सभी शाखाओं व कार्यालयों में सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिए जरूरी इंतजाम किए हैं।
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
बैंक कर्मचारियों की यूनियनों के एक हिस्से ने व्यापार यूनियनों की ओर से बुलाई गई दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है। इस वजह से सोमवार और मंगलवार को आंशिक रूप से बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ सकता है। केंद्रीय व्यापार यूनियनों और विभिन्न क्षेत्रों की स्वतंत्र कारोबार यूनियनों के संयुक्त मंच ने केंद्र सरकार की जन विरोधी आर्थिक नीतियों और श्रमिक विरोधी श्रम नीतियों के खिलाफ दो दिन के लिए हड़ताल का आह्वान किया है।
इनकी मांगों में लेबर कोड (श्रम संहिता) को रद्द करना, किसी भी तरह के निजीकरण पर रोक लगाना, राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को समाप्त करना, मनरेगा के तहत मजदूरी के लिए आवंटन बढ़ाना और ठेके पर काम करने वाले श्रमिकों को नियमित करना शामिल हैं। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी एसोसिएशन (एआईबीईए) ने कहा कि हमने बैंकिंग क्षेत्र में मांगों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हड़ताल से जुड़ने का फैसला लिया है।
एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि बैंक यूनियन की मांग है कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण बंद करे और उन्हें प्रोत्साहन दे। उन्होंने कहा कि यूनियन की मांग यह भी है कि डूबे कर्ज की वसूली तेज की जाए, बैंक जमा पर ब्याज बढ़ाया जाए, ग्राहकों पर सेवा शुल्कों में कमी की जाए और पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। अपनी इन मांगों को लेकर हम दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का हिस्सा बनेंगे।
एसबीआई, पीएनबी, केनरा बैंक ने कहा, हड़ताल से पड़ सकता है असर
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा है कि हड़ताल से सेवाओं पर कुछ हद तक असर पड़ सकता है। एसबीआई ने कहा कि हमने अपनी सभी शाखाओं व कार्यालयों में सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिए जरूरी इंतजाम किए हैं। पंजाब नेशनल बैंक ने बताया कि एआईबीईए, बैंक एंप्लाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) ने 28-29 मार्च को हड़ताल का नोटिस दिया है।
केनरा बैंक ने भी कहा है कि हड़ताल की वजह से सामान्य बैंकिंग कामकाज प्रभावित हो सकता है। बेंगलुरु में मुख्यालय वाले केनरा बैंक ने कहा कि हमारी शाखाओं और कार्यालयों में काम सुचारु रूप से चलता रहे, इसके लिए हमने प्रबंध किए हैं। लेकिन, हड़ताल की वजह से सेवाओं पर कुछ असर पड़ने की आशंका है। आरबीएल जैसे निजी क्षेत्र के भी बैंकों ने दो दिवसीय हड़ताल के दौरान अपनी सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका व्यक्त की है।
सरकारी एजेंसियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश
व्यापार यूनियनों की इस दो दिनी हड़ताल को देखते हुए बिजली मंत्रालय ने रविवार को सभी सरकार संचालित सुविधाओं और अन्य एजेंसियों को सलाह दी है कि राष्ट्रीय ग्रिड की निर्बाध बिजली आपूर्ति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर रहें। इस संबंध में मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों, सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्रीय उपक्रमों (सीपीएसयू), केंद्रीय बिजली प्राधिकरण और राष्ट्रीय व क्षेत्रीय लोड डिस्पैच केंद्रों को एक एडवायजरी जारी की गई है।