न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sat, 22 Jan 2022 11:37 AM IST
सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडिया गेट पर प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा किए जाने को उनकी बेटी अनीता बोस-फाफ ने एक अच्छा कदम बताया और उम्मीद जताई की कि यह गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी को शामिल नहीं किए जाने को लेकर उपजे विवाद को शांत करेगा।
राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय के महानिदेशक अद्वैत गडनायक ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में इंडिया गेट पर लगाए जाने वाली नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रस्तावित प्रतिमा को लेकर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा 25 फीट ऊंची होगी और इसका निर्माण ग्रेनाइट पत्थर से किया जाएगा। गडनायक ने कहा कि बतौर मूर्तिकार मेरे लिए यह सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री ने मुझे इस जिम्मेदारी देने के लिए चुना। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा रायसीना हिल से स्पष्ट नजर आएगी और इस प्रतिमा के लिए पत्थर तेलंगाना से लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा की डिजाइन संस्कृति मंत्रालय ने तैयार किया है। गडनायक ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ ही प्रतिमा बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। यह प्रतिमा नेताजी के मजबूत किरदार का दर्शन कराएगी।
नेताजी की बेटी ने जताई खुशी
जर्मनी में रहने वाली नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा अनीता बोस-फाफ ने फोन पर वहां से को बताया, मैं फैसले से बहुत खुश हूं। यह (इंडिया गेट) बहुत अच्छा स्थान है। मुझे निश्चित रूप से खुशी है कि उनकी प्रतिमा को इतने प्रमुख स्थान पर लगाया जाएगा। मुझे आश्चर्य है कि यह अब अचानक हुआ। मुझे कहना होगा कि देर आए दुरुस्त आए। बोस ने कहा भारत की आर्थिक मजबूती उनका सपना था। उन्होंने देश के आजादी हासिल करने से पहले ही योजना आयोग गठित कर दिया था।
टीएमसी ने स्वागत किया, लेकिन झांकी विवाद से भी जोड़ा
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने नेताजी की प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित किए जाने की घोषणा का स्वागत किया है। हालांकि पार्टी ने यह भी कहा कि इस घोषणा का लक्ष्य गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी को मंजूरी नहीं दिए जाने से पैदा विवाद को थामना है क्योंकि यह झांकी नेताजी पर आधारित थी। तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने यह भी कहा कि नेताजी को असली श्रद्धांजलि तब होगी जब केंद्र सरकार उनके गायब होने से जुड़े रहस्य पर से पर्दा हटाएगी।
विस्तार
राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय के महानिदेशक अद्वैत गडनायक ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में इंडिया गेट पर लगाए जाने वाली नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रस्तावित प्रतिमा को लेकर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा 25 फीट ऊंची होगी और इसका निर्माण ग्रेनाइट पत्थर से किया जाएगा। गडनायक ने कहा कि बतौर मूर्तिकार मेरे लिए यह सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री ने मुझे इस जिम्मेदारी देने के लिए चुना। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा रायसीना हिल से स्पष्ट नजर आएगी और इस प्रतिमा के लिए पत्थर तेलंगाना से लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा की डिजाइन संस्कृति मंत्रालय ने तैयार किया है। गडनायक ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ ही प्रतिमा बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। यह प्रतिमा नेताजी के मजबूत किरदार का दर्शन कराएगी।
नेताजी की बेटी ने जताई खुशी
जर्मनी में रहने वाली नेता जी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा अनीता बोस-फाफ ने फोन पर वहां से को बताया, मैं फैसले से बहुत खुश हूं। यह (इंडिया गेट) बहुत अच्छा स्थान है। मुझे निश्चित रूप से खुशी है कि उनकी प्रतिमा को इतने प्रमुख स्थान पर लगाया जाएगा। मुझे आश्चर्य है कि यह अब अचानक हुआ। मुझे कहना होगा कि देर आए दुरुस्त आए। बोस ने कहा भारत की आर्थिक मजबूती उनका सपना था। उन्होंने देश के आजादी हासिल करने से पहले ही योजना आयोग गठित कर दिया था।
टीएमसी ने स्वागत किया, लेकिन झांकी विवाद से भी जोड़ा
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने नेताजी की प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित किए जाने की घोषणा का स्वागत किया है। हालांकि पार्टी ने यह भी कहा कि इस घोषणा का लक्ष्य गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी को मंजूरी नहीं दिए जाने से पैदा विवाद को थामना है क्योंकि यह झांकी नेताजी पर आधारित थी। तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने यह भी कहा कि नेताजी को असली श्रद्धांजलि तब होगी जब केंद्र सरकार उनके गायब होने से जुड़े रहस्य पर से पर्दा हटाएगी।
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