बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Wed, 24 Nov 2021 05:58 PM IST
सार
बीमा आज के समय में लोगों के लिए एक बड़ी जरूरत बन चुका है। कोरोना के दौर में लोगों को इसकी अहमियत समझ में आ गई है। यही कारण है कि कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद भी जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और टर्म बीमा लेने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
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विस्तार
कंपनी को मुहैया कराएं पूरी जानकारी
अगर आप अपने या परिवार का टर्म इंश्योरेंश कराने वाले हैं तो इस बात को अच्छी तरह गांठ बांध लें कि कोई भी जानकारी छुपाना आपके लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले पूरी जानकारी बीमा कंपनी को जरूर मुहैया कराएं। आपकी छोटी से गलती बाद में परेशानी का कारण बन सकती है।
मेडिकल हिस्ट्री बिल्कुल न छुपाएं
टर्म बीमा लेते समय कुछ खरीदार अपनी मेडिकल हिस्ट्री को छुपाते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं कि कहीं बीमारी की जानकारी देने से उनकी बीमा पॉलिसी में रुकावट न आ जाए, या फिर उन्हें बीमा पॉलिसी के लिए कहीं अधिक प्रीमियम न देना पड़े। ऐसा करने पर दावे के समय दिक्कत आ सकती है और भुगतान खारिज हो सकता है।
प्रीमियम को न बनाएं मानक
टर्म प्लान चुनते समय अक्सर लोग प्रीमियम को ही मानक बना लेते हैं और सोचते हैं कि ज्यादा प्रीमियम या कम प्रीमियम वाले बीमा लेते समय सोच में पड़ जाते हैं। एकसे में सिर्फ प्रीमियम को ही मानक न बनाएं। अपनी जरूरत के अनुसार ही बीमा का चयन करें। प्लान के प्रीमियम और उसके लाभों के बारे में अच्छी तरह से तफ्तीश करना बेहद जरूरी है।
बीमा कंपनियों का रिकॉर्ड जाचें
हम कोई भी सामान या प्रॉपर्टी खरीदने से पहले पूरी पड़ताल जरूर करते हैं ऐसे में टर्म पॉलिसी लेते समय भी आपको इसे चेक करना बेहद जरूरी है। इसलिए प्लान खरीदने से पहले दावा निपटारे को लेकर बीमा कंपनियों का रिकॉर्ड जरूर जांच लें। यही नहीं, टर्म पॉलिसी खरीदने की योजना को भविष्य पर न छोड़ दें। इसे जितने जल्दी खरीदेंगे, उतना ही कम प्रीमियम चुकाना पड़ेगा।
छोटी अवधि का बीमा न लें
एक और गलती जो लोग करते हैं वो यह है कि प्रीमियम बचाने के चक्कर में लोग कम अवधि का प्लान खरीदने को अहमियत देने लगते हैं। लेकिन ये बिल्कुल भी ठीक नहीं है। विशेषज्ञों की राय है कि टर्म प्लान खरीदते समय छोटी अवधि का बीमा लेने से बचें। इसमें वर्तमान में कम प्रीमियम जरूर चुकाना पड़ता है लेकिन पॉलिसी अवधि खत्म होने के बाद अगला प्लान खरीदने पर प्रीमियम का बोझ काफी बढ़ जाता है।
