न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बेंगलुरु
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Thu, 30 Dec 2021 10:56 PM IST
सार
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि उन्होंने नागराज और अन्य के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा की और कन्नड़, कन्नड़ भाषियों और कनार्टक के हित के संबंध में सभी के विचार समान हैं। उन्होंने बंद वापस लेने के लिए संगठनों को धन्यवाद दिया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई।
– फोटो : अमर उजाला
कन्नड़ समर्थक संगठनों के बीच फूट और समर्थन की कमी को ध्यान में रखते हुए कन्नड़ संगठनों ने 31 दिसंबर को कर्नाटक में आहूत राज्यव्यापी बंद को वापस लेने की घोषणा कर दी है। संगठनों ने महाराष्ट्र एकीकरण समिति की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया था। समिति कर्नाटक के मराठी भाषी क्षेत्र बेलगावी का महाराष्ट्र में विलय की मांग कर रही है।
कन्नड़ ओक्कुता के नेता वटल नागराज के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों ने गुरुवार शाम मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की, जिसके बाद बंद वापस लेने की घोषणा की गई। हालांकि, संगठन महाराष्ट्र एकीकरण समिति की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर शुक्रवार को शहर के टाउन हॉल में सुबह 10:30 बजे प्रदर्शन रैली का आयोजन करेगा।
मुख्यमंत्री से बैठक के बाद नागराज ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री और कन्नड़ समर्थक विभिन्न नेताओं के अनुरोध पर मैंने पीछे हटने का फैसला लिया है। कल बंद नहीं होगा, हमने बंद वापस ले लिया है, लेकिन हम प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि उनकी सरकार कानून के दायरे में रहते हुए महाराष्ट्र एकीकरण समिति पर प्रतिबंध लगाने का हरसंभव प्रयास करेगी और बंद वापस लेने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि उन्होंने नागराज और अन्य के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा की और कन्नड़, कन्नड़ भाषियों और कनार्टक के हित के संबंध में सभी के विचार समान हैं। उन्होंने बंद वापस लेने के लिए संगठनों को धन्यवाद दिया। बोम्मई ने कहा कि उन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई, मैं पहले ही सार्वजनिक रूप से कह चुका हूं कि सरकार उसपर कानूनी रूप में विचार कर रही है। मैंने उन्हें भी यह बात बताई।
हालांकि, कन्नड़ ओक्कुता के एक अन्य नेता सा रा गोविंदु ने स्पष्ट किया कि सिर्फ 31 दिसंबर को होने वाले बंद को वापस लिया गया है और महाराष्ट्र एकीकरण समिति पर प्रतिबंध की मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक बुलाएंगे।
विस्तार
कन्नड़ समर्थक संगठनों के बीच फूट और समर्थन की कमी को ध्यान में रखते हुए कन्नड़ संगठनों ने 31 दिसंबर को कर्नाटक में आहूत राज्यव्यापी बंद को वापस लेने की घोषणा कर दी है। संगठनों ने महाराष्ट्र एकीकरण समिति की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया था। समिति कर्नाटक के मराठी भाषी क्षेत्र बेलगावी का महाराष्ट्र में विलय की मांग कर रही है।
कन्नड़ ओक्कुता के नेता वटल नागराज के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों ने गुरुवार शाम मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की, जिसके बाद बंद वापस लेने की घोषणा की गई। हालांकि, संगठन महाराष्ट्र एकीकरण समिति की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर शुक्रवार को शहर के टाउन हॉल में सुबह 10:30 बजे प्रदर्शन रैली का आयोजन करेगा।
मुख्यमंत्री से बैठक के बाद नागराज ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री और कन्नड़ समर्थक विभिन्न नेताओं के अनुरोध पर मैंने पीछे हटने का फैसला लिया है। कल बंद नहीं होगा, हमने बंद वापस ले लिया है, लेकिन हम प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि उनकी सरकार कानून के दायरे में रहते हुए महाराष्ट्र एकीकरण समिति पर प्रतिबंध लगाने का हरसंभव प्रयास करेगी और बंद वापस लेने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि उन्होंने नागराज और अन्य के साथ सभी मुद्दों पर चर्चा की और कन्नड़, कन्नड़ भाषियों और कनार्टक के हित के संबंध में सभी के विचार समान हैं। उन्होंने बंद वापस लेने के लिए संगठनों को धन्यवाद दिया। बोम्मई ने कहा कि उन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई, मैं पहले ही सार्वजनिक रूप से कह चुका हूं कि सरकार उसपर कानूनी रूप में विचार कर रही है। मैंने उन्हें भी यह बात बताई।
हालांकि, कन्नड़ ओक्कुता के एक अन्य नेता सा रा गोविंदु ने स्पष्ट किया कि सिर्फ 31 दिसंबर को होने वाले बंद को वापस लिया गया है और महाराष्ट्र एकीकरण समिति पर प्रतिबंध की मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक बुलाएंगे।
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