ब्रिटेन में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। बीते रोज वहां 93,045 मामले सामने आए। यह लगातार तीसरा दिन है जब यहां रिकॉर्ड कोरोना संक्रमित मिले हैं। भारत में ओमिक्रॉन का सबसे पहला मामला दो दिसंबर को सामने आया था।
नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ. वीके पॉल।
– फोटो : ANI
कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रॉन तेजी से दुनिया को अपना प्रकोप दिखा रहा है। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक हालात विकट होते जा रहे हैं। भारत में भी ओमिक्रॉन के अब तक 113 मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन में बुधवार को ओमिक्रॉन के 78,610 नए केस मिले थे, जो करीब 12 महीने बाद सर्वाधिक थे। यदि भारत में भी ओमिक्रॉन ब्रिटेन की तरह ही फैलता है तो क्या होगा?
इस सवाल का जवाब नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता के दौरान दिया है। डॉ. पॉल ने कहा कि यदि हम यूके में प्रसार के पैमाने को देखें और अगर भारत में भी ओमिक्रॉन का ऐसा ही प्रकोप होता है, तो हमारी आबादी के लिहाज से हर दिन 14 लाख मामले सामने होंगे।
डॉ. पॉल ने कहा कि यूरोप में संक्रमण के मामलों में तेजी आने के साथ वहां कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के नए चरण का अनुभव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कर पाना संभव नहीं है। फिलहाल यह निगरानी और वैश्विक महामारी के आकलन का एक जरिया है। हम इस बात का आश्वासन दे सकते हैं कि पर्याप्त और व्यवस्थित रूप से सैंपल लिए जा रहे हैं।
पॉल ने यह भी कहा कि जेनोवा एमआरएनए वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। पूर्ण टीकाकरण, मास्क पहनना, बड़ी सभाओं से बचना बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। भारत में उपलब्ध टीके प्रभावी हैं। वैक्सीन बूस्टर शॉट्स पर एक वैज्ञानिक अध्ययन पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। देश में ओमिक्रॉन का सबसे पहला मामला दो दिसंबर को सामने आया था।
ब्रिटेन में 90 हजार से ज्यादा संक्रमित
ब्रिटेन में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। बीते दिन यहां 93,045 मामले सामने आए। यह लगातार तीसरा दिन है जब यहां रिकॉर्ड कोरोना संक्रमित मिले हैं।
यूपी में ओमिक्रॉन की एंट्री
गाजियाबाद जिले में ओमिक्रॉन की दस्तक हो गई है। नेहरू नगर निवासी बुजुर्ग दंपती की जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दंपती अब बिलकुल स्वस्थ हैं और संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों में से 40.31 फीसदी केरल में
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में पिछले 20 दिनों से नए मामलों की दैनिक संख्या 10 हजार से कम बनी हुई है। पिछले सप्ताह केस पॉजिटिविटी 0.65 फीसदी रही। अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय में देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों में से 40.31 फीसदी मामले केवल केरल में हैं।
महाराष्ट्र में 32 तो दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के 22 केस
वहीं, ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमण के अब तक 101 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। देश के 11 राज्यों में ओमिक्रॉन पहुंच चुका है। अग्रवाल ने आगे बताया कि कुल 101 मामलों में से महाराष्ट्र में 32, दिल्ली में 22, राजस्थान में 17, कर्नाटक व तेलंगाना में आठ-आठ, गुजरात में पांच और आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु तथा पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है।
91 देशों में सामने आए ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले
अग्रवाल ने कहा कि ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले 91 देशों में सामने आ चुके हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन डेल्टा के मुकाबले काफी तेज रफ्तार से फैल रहा है जहां डेल्टा की रफ्तार कम थी। आशंका है कि जहां सामुदायिक प्रसार होगा वहां ओमिक्रॉन डेल्टा से आगे निकल जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौजूदा टीके ओमिक्रॉन पर प्रभावी साबित नहीं होंगे।
दुनिया में सबसे तेज गति से टीकाकरण कर रहा है भारत
टीकाकरण की स्थिति पर अग्रवाल ने कहा कि भारत में कोरोना टीकों की खुराकें दुनिया में सबसे तेज गति से लगाई जा रही हैं। भारत में रोजाना टीकाककरण की दर अमेरिका से 4.8 गुना और ब्रिटेन से 12.5 गुना अधिक है। उन्होंने कहा, देश के 19 जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी 5-10 फीसदी के बीच है। केरल में ऐसे नौ, मिजोरम में पांच और नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश व पश्चिम बंगाल में ऐसे एक-एक जिले हैं।
गैरजरूरी यात्रा और भीड़-भाड़ से दूरी बनाएं: डॉ. भार्गव
प्रेसवार्ता में मौजूद रहे आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कहा कि यह ऐसा समय है जब हमें गैरजरूरी यात्रा और भीड़-भाड़ वाले आयोजनों से बचना चाहिए।
जरूरी है कि हम त्योहारों को छोटे स्तर पर ही मनाएं। वहीं, अग्रवाल ने कहा कि देश में ओमिक्रोन अधिकतर मामले ट्रैवल हिस्ट्री वाले हैं या वो ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों के संपर्क में आए हैं। उन्होंने बताया कि भारत में फिलहाल एंटीवायरल पील के इस्तेमाल की कोई योजना नहीं है।
विस्तार
कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रॉन तेजी से दुनिया को अपना प्रकोप दिखा रहा है। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक हालात विकट होते जा रहे हैं। भारत में भी ओमिक्रॉन के अब तक 113 मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन में बुधवार को ओमिक्रॉन के 78,610 नए केस मिले थे, जो करीब 12 महीने बाद सर्वाधिक थे। यदि भारत में भी ओमिक्रॉन ब्रिटेन की तरह ही फैलता है तो क्या होगा?
इस सवाल का जवाब नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता के दौरान दिया है। डॉ. पॉल ने कहा कि यदि हम यूके में प्रसार के पैमाने को देखें और अगर भारत में भी ओमिक्रॉन का ऐसा ही प्रकोप होता है, तो हमारी आबादी के लिहाज से हर दिन 14 लाख मामले सामने होंगे।
डॉ. पॉल ने कहा कि यूरोप में संक्रमण के मामलों में तेजी आने के साथ वहां कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के नए चरण का अनुभव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कर पाना संभव नहीं है। फिलहाल यह निगरानी और वैश्विक महामारी के आकलन का एक जरिया है। हम इस बात का आश्वासन दे सकते हैं कि पर्याप्त और व्यवस्थित रूप से सैंपल लिए जा रहे हैं।
पॉल ने यह भी कहा कि जेनोवा एमआरएनए वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। पूर्ण टीकाकरण, मास्क पहनना, बड़ी सभाओं से बचना बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। भारत में उपलब्ध टीके प्रभावी हैं। वैक्सीन बूस्टर शॉट्स पर एक वैज्ञानिक अध्ययन पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। देश में ओमिक्रॉन का सबसे पहला मामला दो दिसंबर को सामने आया था।