एजेंसी, सिडनी।
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 04 Mar 2022 01:47 AM IST
सार
मौसम ब्यूरो ने चेताया है कि इस दौरान करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की भी आशंका है। बता दें कि ब्रिसबेन में आई भीषण बाढ़ और बारिश में करीब 11 लोग मारे जा चुके हैं और कई लापता हैं।
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विस्तार
मौसम ब्यूरो ने चेताया है कि इस दौरान करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की भी आशंका है। बता दें कि ब्रिसबेन में आई भीषण बाढ़ और बारिश में करीब 11 लोग मारे जा चुके हैं और कई लापता हैं।
फिलीपींस में हुई छापेमारी के दौरान मारे गए सात आतंकी
दक्षिणी फिलीपीन में एक हमले के दौरान सैनिकों ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह से जुड़े कम के कम सात मुस्लिम विद्रोहियों को मार गिराया। सेना ने उनके पास से 45 भारी आग्नेयात्र और कई बम बरामद किए हैं। सेना को बारूदी सुरंगों का भी पता चला जिनका इस्तेमाल भविष्य में किए जाने वाले हमलों में किया जाना था।
अधिकारियों ने बताया कि डेल सुर प्रांत में मागुइंग के पास एक शिविर में करीब 60 मुस्लिम आतंकी थे। सेना ने इस समूह को खत्म करने के लिए लड़ाकू विमानों का भी इस्तेमाल किया। इसके बाद यहां छापेमारी की गई। अधिकारियों को अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मारे गए लोगों में आईएस का सरगना अबू जकारिया था या नहीं।
परमाणु समझौते के लिए ईरान दौरा करेंगे आईएईए प्रमुख
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ‘आईएईए’ के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी शनिवार को वरिष्ठ ईरानी अफसरों के साथ बैठक के लिए तेहरान की यात्रा करेंगे। उनका यह दौरा कार्यक्रम 2015 में ईरान परमाणु समझौते के पुनरुद्धार के लिए अहम है।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु प्रहरी निकाय के महानिदेशक गॉसी ने कहा कि वे इस समझौते की संभावनाओं को बढ़ाएंगे। हालांकि तेहरान चाहता है कि ईरान में कई पुराने लेकिन अघोषित स्थलों पर पाए जाने वाले यूरेनियम के ठिकाने बंद करने का भी है। लेकिन पश्चिमी देशों का कहना है कि यह एक अलग मुद्दा है और इसमें आईएईए एक पक्ष नहीं है। ग्रॉसी की यात्रा वियना में जारी वार्ता के बीच हो रही है।
तेल के बढ़ते दामों से श्रीलंका गहरे संकट के दौर में
श्रीलंका में पहले से जारी आर्थिक संकट पिछले दिनों तेल की बढ़ी कीमतों के साथ और अधिक बढ़ गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें 110 डॉलर प्रति बैरल तक होने के कारण देश में तेल के दाम काफी बढ़ गए हैं। जबकि यह देश पहले ही मुद्रा की कमी से जूझ रहा है। इस कारण अधिकारियों ने कारों और उर्वरकों का आयात रोक दिया था।
अर्थव्यवस्था को चालू रखने के लिए आवश्यक अधिक महंगे तेल का भुगतान करने के लिए अब इसे घटते भंडार में परिमार्जन करना पड़ रहा है। इस कारण देश में बिजली उत्पादन भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। देश में परिवहन व्यवस्था भी चरमरा गई है।