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WhatsApp की सुरक्षा में सेंध: हैकर्स पढ़ सकते हैं आपके मैसेज, कभी भी लीक हो सकता है डाटा
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Fri, 03 Sep 2021 10:05 AM IST
सार
रिपोर्ट के सामने आने के बाद व्हाट्सएप ने इस बग को फिक्स कर दिया है, ऐसे में अब कोई खतरा नहीं है लेकिन अपने व्हाट्सएप एप को अपडेट करना बहुत जरूरी है।
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जब आप व्हाट्सएप पर किसी को कोई फोटो भेजते हैं तो ऊपर की स्वैप करने पर फोटो के लिए कई सारे फिल्टर होते हैं जिनमें कलर करेक्शन से लेकर ब्लैक एंड व्हाइट तक शामिल हैं। इन्हीं फिल्टर में बग की वजह से आपके निजी मैसेज को पढ़ा जा सकता है। रिपोर्ट के सामने आने के बाद व्हाट्सएप ने इस बग को फिक्स कर दिया है, ऐसे में अब कोई खतरा नहीं है लेकिन अपने व्हाट्सएप एप को अपडेट करना बहुत जरूरी है।
चेकप्वाइंट ने इस बग वाली रिपोर्ट को “Out-Of-Bounds read-write vulnerability” नाम दिया है। सिक्योरिटी फर्म ने इस बग के बारे में 10 नवंबर 2020 को ही बताया था जिसके बाद व्हाट्सएप ने करीब 10 महीने बाद बग को दूर किया है। यह व्हाट्सएप के एंड्रॉयड और बिजनेस एप के वर्जन नंबर 2.21.1.13 में देखा गया था।
रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक कुछ स्पेशल GIF फाइल भेजने के दौरान या फिर फिल्टर इस्तेमाल करने पर एप क्रैश हो जाता था। जैसे ही कोई यूजर व्हाट्सएप के अटैचमेंट में जाता था तो वहां से हैकर्स को जानकारी मिलनी शुरुआत हो जाती थी। इस बग की मदद से हैकर्स के बाद व्हाट्सएप की मेमोरी का एक्सेस मिल जाता था जिससे वह सारे मैसेज, फोटो और वीडियो देख सकता था।
विस्तार
जब आप व्हाट्सएप पर किसी को कोई फोटो भेजते हैं तो ऊपर की स्वैप करने पर फोटो के लिए कई सारे फिल्टर होते हैं जिनमें कलर करेक्शन से लेकर ब्लैक एंड व्हाइट तक शामिल हैं। इन्हीं फिल्टर में बग की वजह से आपके निजी मैसेज को पढ़ा जा सकता है। रिपोर्ट के सामने आने के बाद व्हाट्सएप ने इस बग को फिक्स कर दिया है, ऐसे में अब कोई खतरा नहीं है लेकिन अपने व्हाट्सएप एप को अपडेट करना बहुत जरूरी है।
चेकप्वाइंट ने इस बग वाली रिपोर्ट को “Out-Of-Bounds read-write vulnerability” नाम दिया है। सिक्योरिटी फर्म ने इस बग के बारे में 10 नवंबर 2020 को ही बताया था जिसके बाद व्हाट्सएप ने करीब 10 महीने बाद बग को दूर किया है। यह व्हाट्सएप के एंड्रॉयड और बिजनेस एप के वर्जन नंबर 2.21.1.13 में देखा गया था।
रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक कुछ स्पेशल GIF फाइल भेजने के दौरान या फिर फिल्टर इस्तेमाल करने पर एप क्रैश हो जाता था। जैसे ही कोई यूजर व्हाट्सएप के अटैचमेंट में जाता था तो वहां से हैकर्स को जानकारी मिलनी शुरुआत हो जाती थी। इस बग की मदद से हैकर्स के बाद व्हाट्सएप की मेमोरी का एक्सेस मिल जाता था जिससे वह सारे मैसेज, फोटो और वीडियो देख सकता था।