कार्यकाल — सरल भाषा में समझें कि किसे कब तक चुना जाता है

कार्यकाल का मतलब है कि कोई व्यक्ति किसी सरकारी पद पर कितने समय तक काम कर सकता है। यह हर पद के लिए अलग होता है और अक्सर कानून या संविधान में तय रहता है। काम खत्म होते ही या चुनाव होने पर नया अधिकारी उसी पद पर आता है, या पुराना अधिकारी अस्थायी रूप से कार्यकारी (caretaker) बना रहता है।

कुछ आम पदों के कार्यकाल

राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का कार्यकाल: राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का कार्यकाल आमतौर पर 5 साल का होता है। वे दोबारा चुने जा सकते हैं।

संसद और विधानसभा: लोकसभा और राज्य विधानसभाओं की सामान्य अवधि 5 साल है, पर समय से पहले भंग भी हो सकती है। भंग होने पर नया चुनाव कराना पड़ता है।

प्रधानमंत्री: प्रधानमंत्री का कोई तय कार्यकाल नहीं होता। वे तब तक रहते हैं जब तक वे संसद में बहुमत बनाए रखें।

गवर्नर और स्थानीय निकाय: राज्यपाल का कार्यकाल आमतौर पर 5 साल माना जाता है। नगर निगम और पंचायतों के सदस्यों का कार्यकाल भी अक्सर 5 साल का होता है, पर राज्य नियम अलग कर सकते हैं।

न्यायाधीश: न्यायाधीशों का कार्यकाल उम्र पर निर्भर करता है—सुप्रीम कोर्ट के जज 65 साल तक सेवा में रहते हैं, हाई कोर्ट के जज 62 साल तक।

कार्यकाल खत्म होने पर क्या होता है और practical कदम

जब किसी पद का कार्यकाल खत्म होता है तो कई चीजें हो सकती हैं: नया चुनाव, पुनर्नियुक्ति, या सरकार का कार्यकारी रूप बनना जब तक नई सरकार नहीं बनती। यदि किसी प्रतिनिधि की सीट खाली हो जाती है (मृत्यु, इस्तीफा, निलंबन), तो बाय‑इलेक्शन कराए जाते हैं।

आपके लिए जाने का सरल तरीका: 1) जिस पद के बारे में जानकारी चाहिए, उसकी शपथ‑तारीख नोट कर लें; 2) सामान्य नियम के अनुसार 5 साल जोड़ कर समाप्ति तिथि निकालें (उदाहरण: शपथ 20 जनवरी 2020 → समाप्ति 19 जनवरी 2025); 3) अगर अधिसूचना या विधानसभा भंग हुई हो तो आधिकारिक घोषणा देखें — चुनाव आयोग या राज्य सरकार की गजट नोटिफिकेशन में जानकारी मिलती है।

विशेष परिस्थितियाँ: युद्ध, आपातकाल या संसद/विधानसभा भंग जैसी परिस्थितियों में कुछ नियम अलग हो सकते हैं और कानूनन विस्तार भी संभव है। ऐसे मामलों में आधिकारिक घोषणाएँ ही सही संदर्भ देती हैं।

अगर आप किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारी के कार्यकाल की सटीक जानकारी चाहते हैं तो आधिकारिक स्रोत (नोटिफिकेशन, विधानसभा रिकॉर्ड, चुनाव आयोग) देखें या संबंधित समाचार रिपोर्ट पढ़ें। इससे पता चलेगा कि अगले चुनाव कब होने वाले हैं और आपको नागरिक के नाते क्या तैयारियाँ करनी चाहिए — वोटिंग, जागरूकता या स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देना।

यह पन्ना "कार्यकाल" टैग से जुड़ी खबरों और लेखों के लिए है। यहां आप अलग‑अलग मामलों में कार्यकाल कैसे लागू होता है, कब खत्म होता है और क्या प्रक्रिया होती है — सरल भाषा में पढ़ सकते हैं।

हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन कैसा है?
हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन कैसा है?

हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का प्रदर्शन बहुत ही निराला और प्रशंसनीय रहा है। उनकी नीतियाँ और कार्यक्रम, विशेषकर 'मेक इन इंडिया', 'स्वच्छ भारत' और 'डिजिटल इंडिया' ने देश को नई ऊचाईयों पर पहुंचाया है। उनका नेतृत्व और दूसरों के प्रति समर्पण भारत को विश्व मंच पर मजबूती से खड़ा कर रहा है। हालांकि, उनके कुछ निर्णयों का विरोध भी हुआ है, लेकिन उन्होंने हमेशा देशहित को सर्वोपरि माना है। इसलिए, नरेंद्र मोदी जी का प्रदर्शन अब तक सकारात्मक और प्रभावी रहा है।

अधिक