आजकल मार्केट में NFT का नाम काफी चर्चा में है। इसका चलन भारत में काफी तेजी से बढ़ रहा है। NFT का चलन पिछले कुछ दिनों से भारत में उतनी ही तेजी से बढ़ा है, जितनी तेजी से क्रिप्टोकरेंसी। NFT क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में इस साल सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये इस कदर चर्चा में रहा कि गूगल ट्रेंड्स के डाटा के अनुसार, सर्च के मामले में NFT ने Crypto को भी पछाड़ दिया है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये आंकड़ा ग्लोबल है। इसका मतलब, NFT सिर्फ कुछ देशों में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल स्तर पर चर्चा का विषय रहा। आजकल के डिजिटलाइजेशन के समय में इसका नाम तेजी से लिया जा रहा है। ऐसे में डिजिटलाइजेशन के इस दौर में अगर आप अभी तक NFT के बारे में नहीं जानते, तो जानना जरूरी है। चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं NFT क्या है और ये कैसे काम करता है।
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Non Fungible Tokens: क्या हैं नॉन फंजिबल टोकन, कैसे काम करते हैं NFT? यहां जानिए सबकुछ
NFT का पूरा नाम
- NFT का पूरा नाम नॉन फंजिबल टोकन है। इसे एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन भी कहा जा सकता है। ये सिर्फ एक टोकन ही नहीं, बल्कि आपके लिए कमाई और इंवेस्टमेंट का एक अच्छा जरिया भी हो सकता है।
क्या होता है NFT?
- NFT बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसा ही एक क्रिप्टो टोकन है। ये एक यूनिक टोकन्स या डिजिटल असेट्स होते हैं, जो वैल्यू को जनरेट करते हैं। NFT डिजिटल संपत्ति जैसे डिजिटल आर्ट, म्यूजिक, फिल्म, गेम्स या आपको किसी कलेक्शन में मिल सकता है। ये यूनिक आर्ट पीस होते हैं और इसका हर टोकन अपने आप में यूनिक होता है।
कैसे काम करते हैं NFT?
- NFT का इस्तेमाल डिजिटल असेट्स या ऐसी चीजों के लिए किया जा सकता है, जो दुनिया में एकदम अलग होते हैं। इससे उनकी कीमत और विशिष्टता साबित होती है। NFT की मदद से आज के डिजिटल जमाने में किसी पेंटिंग, किसी पोस्टर, ऑडियो या वीडियो को सामान्य चीजों की तरह खरीदा बेचा जा सकता है।
- इसके बदले आपको डिजिटल टोकन मिलते हैं जिन्हें NFT यानी नॉन फंजिबल टोकन कहा जाता है। नॉन फंजिबल टोकन को आप आज के नए दौर में नीलामी की तरह समझ सकते हैं। आसान शब्दों में समझें तो, कोई आर्टवर्क या फिर कोई ऐसी चीज जिसकी दूसरी कॉपी दुनिया में न हो उसे NFT करके लोग पैसे कमाते हैं।