टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Wed, 30 Jun 2021 11:14 AM IST
सार
इस डाटा लीक पर LinkedIn का कहना है कि कोई डाटा लीक नहीं हुआ है। यह डाटा नेटवर्क स्क्रैप करके निकाली गई है, हालांकि लिंकडिन ने यह जरूर कहा है कि वह मामले की जांच कर रही है। लिंकडिन ने शुरुआती जांच के बाद कहा है कि किसी लिंकडिन मेंबर का निजी डाटा लीक नहीं हुआ है।
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विस्तार
इससे पहले इसी साल अप्रैल में LinkedIn ने खुद 500 मिलियन यूजर्स के डाटा लीक के बारे में पुष्टि की थी। उस लीक में भी ई-मेल एड्रेस से लेकर मोबाइल नंबर, पूरा नाम, अकाउंट आईडी, सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी और ऑफिस की पूरी जानकारी लीक हुई थी। इस डाटा लीक को भी ऑनलाइन हैकर्स फोरम पर लिस्ट किया गया था।
इस डाटा लीक पर LinkedIn का कहना है कि कोई डाटा लीक नहीं हुआ है। यह डाटा नेटवर्क स्क्रैप करके निकाली गई है, हालांकि लिंकडिन ने यह जरूर कहा है कि वह मामले की जांच कर रही है। लिंकडिन ने शुरुआती जांच के बाद कहा है कि किसी लिंकडिन मेंबर का निजी डाटा लीक नहीं हुआ है। कंपनी का कहना है कि डाटा स्क्रैप करना लिंकडिन की प्राइवेसी पॉलिसी का उल्लंघन है।
नई डाटा लीक में शामिल 700 मिलियन यूजर्स की जानकारी डार्क वेब पर बिक रही है। हैकर्स ने डार्क वेब के पब्लिक डोमेन में एक मिलियन यूजर्स का डाटा पोस्ट किया है। RestorePrivacy ने इस डाटा लीक के बारे में सबसे पहले जानकारी दी है।
वहीं 9to5Google ने इस डाटा लीक को लेकर हैकर्स से भी संपर्क किया है। हैकर्स ने बताया है कि उसने LinkedIn API के जरिए इस डाटा को निकाला है। लीक डाटा सीट में यूजर्स के पासवर्ड शामिल नहीं हैं। अब सभी यूजर्स के लिए यह जरूरी है कि वे अपने अकाउंट की सिक्योरिटी जांच कर लें। इसके अलावा यूजर्स को अपना पासवर्ड भी रीसेट करना चाहिए। यदि टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन नहीं है तो उसे ऑन करना चाहिए।
