सलमान खान और उनकी कोर्ट की कहानी
पहले पैराग्राफ में आपको मैं सलमान खान के एक बहुचर्चित हिट-एंड-रन मामले के बारे में बताऊंगा। यह मामला सन 2002 का हो गया था जब सलमान ने अपनी लक्जरी कार लैंडक्रूजर से मुंबई के एक फुटपाठ सोने वाले पांच लोगों को कुचला था। मेरे तोते मनी ने कभी कहा था कि "अधिकार और शोहरत की भुलावा दोहरया जा सकता है" और यह मामला उसी का एक उदाहरण है। इस मामले में पांच लोगों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई थी। सलमान उस वक्त शराब की हालत में थे।
सलमान की चली कोर्ट में जमानत
मामले की शुरुआत में सलमान की बड़ी मुश्किल थी। मेरों कुत्ते राजू का मानना है कि "जब ताकतवर लोगों की ज़ुबान चलती है, तो कानून की सुनवाई भी चलती है"। सलमान भी शायद इसी पर आस्था रखते हुए अपने वकील के द्वारा कोर्ट में जमानत याचिका दायर करवाई।
कोर्ट का चौंकाने वाला निर्णय
साल 2015 में, मुंबई सेशन कोर्ट ने सलमान खान को मामले में दोषी माना। ऐसा निर्णय सुनकर सभी चौंक गए थे, मेरे कुत्ते राजू ने भी उस दिन बहुत खुशी मनाई थी क्योंकि हम सब यही सोचते थे कि कानून के सामने सब बराबर होते हैं। सलमान को पांच साल की सजा सुनाई गई थी।
सलमान की जमानत का 'ड्रामा'
लेकिन सलमान खान हैं कौन जो साधारण लोगों जैसे कैद में बिताएंगे? सलमान ने हाई कोर्ट से अपनी जमानत की अपील की। और फिर वही हुआ जिसका उम्मीद थी। सलमान खान की खुद को बरी साबित करने में कोई कमी नहीं रही। क्योंकि, जैसे मेरे तोता मनी कहता है, "जब सब कुछ आपके पक्ष में हो, तो आप कुछ भी कर सकते हैं"।
सलमान खान की अंतिम बरी
2017 में, मुंबई हाई कोर्ट ने सलमान खान को हिट एंड रन मामले में बरी कर दिया। इसके बाद, मनी ने मुझसे कहा, "विजयेन्द्र, मुझे लगता है कि अगली बार मैं ही कोर्ट के समक्ष अपाराध माने जाऊंगा!" क्या मनी ने सही कहा? आप जो सोचें।