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Gopichand Statement: मुख्य बैडमिंटन कोच गोपीचंद बोले- लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए श्रीकांत को कमियां दूर करने की जरूरत
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शक्तिराज सिंह
Updated Tue, 21 Dec 2021 11:32 AM IST
सार
गोपीचंद ने बताया कि 2022 में बैडमिंटन का शेड्यूल काफी व्यस्त रहने वाला है और मैच जीतने के लिए श्रीकांत को अपने अंदर सुधार करना होगा। श्रीकांत ने हाल ही में बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है।
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गोपीचंद ने कहा कि टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ ही श्रीकांत का खेल बेहतर होता गया। इस साल की शुरुआत में उन्होंने जब खेलना शुरू किया था तब उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी थी, लेकिन ली जी जिया और केन्टो मोमोता जैसे खिलाड़ियों को हराने के बाद उनके अंदर आत्मविश्वास आया। उन्होंने सही समय पर लय पकड़ ली, लेकिन उन्हें अपनी कमियां दूर करने की जरूरत है। अगले साल एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे महत्वपूर्ण इवेंट हैं, जहां श्रीकांत अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
चोट से वापसी करना मुश्किल
पिछले कुछ सालों में श्रीकांत लगातार चोट से जूझते रहे हैं। इस पर गोपीचंद ने कहा है कि लगातार मैच होने पर एक खिलाड़ी के लिए चोट से वापसी करना मुश्किल हो जाता है। श्रीकांत चोटों से परेशान थे। इसी वजह से वो ओलंपिक में भाग नहीं ले पाए। लेकिन उनकी वापसी देखकर अच्छा लगा। वो लगातार अच्छा खेल रहे हैं और ये अच्छे संकेत हैं।
बीडब्लूएफ चैंपियनशिप में भारत के श्रीकांत के अलावा लक्ष्य सेन और प्रणय ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। लक्ष्य को सेमीफाइनल में श्रीकांत के हाथों ही हार का सामना करना पड़ा था। वहीं प्रणय ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। प्रणीत और समीर भी अच्छी लय में दिख रहे हैं। गोपीचंद ने कहा कि एक महत्वपूर्ण सेशन से पहले ऐसी स्थिति में होना सुखद है।
विस्तार
भारत के मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाले किदांबी श्रीकांत की तारीफ की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि 2022 के व्यस्त शेड्यूल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए श्रीकांत को अपनी कमियां दूर करनी होंगी। दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं, जिन्होंने बीडब्लूएफ विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है। फाइनल मैच में उन्हें सिंगापुर के लोह कीन ने 21-15, 22-20 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
गोपीचंद ने कहा कि टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ ही श्रीकांत का खेल बेहतर होता गया। इस साल की शुरुआत में उन्होंने जब खेलना शुरू किया था तब उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी थी, लेकिन ली जी जिया और केन्टो मोमोता जैसे खिलाड़ियों को हराने के बाद उनके अंदर आत्मविश्वास आया। उन्होंने सही समय पर लय पकड़ ली, लेकिन उन्हें अपनी कमियां दूर करने की जरूरत है। अगले साल एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे महत्वपूर्ण इवेंट हैं, जहां श्रीकांत अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
चोट से वापसी करना मुश्किल
पिछले कुछ सालों में श्रीकांत लगातार चोट से जूझते रहे हैं। इस पर गोपीचंद ने कहा है कि लगातार मैच होने पर एक खिलाड़ी के लिए चोट से वापसी करना मुश्किल हो जाता है। श्रीकांत चोटों से परेशान थे। इसी वजह से वो ओलंपिक में भाग नहीं ले पाए। लेकिन उनकी वापसी देखकर अच्छा लगा। वो लगातार अच्छा खेल रहे हैं और ये अच्छे संकेत हैं।
बीडब्लूएफ चैंपियनशिप में भारत के श्रीकांत के अलावा लक्ष्य सेन और प्रणय ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। लक्ष्य को सेमीफाइनल में श्रीकांत के हाथों ही हार का सामना करना पड़ा था। वहीं प्रणय ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। प्रणीत और समीर भी अच्छी लय में दिख रहे हैं। गोपीचंद ने कहा कि एक महत्वपूर्ण सेशन से पहले ऐसी स्थिति में होना सुखद है।