न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Sat, 02 Oct 2021 07:00 PM IST
सार
गूगल का कहना है कि इन ऐप्स के बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद 136 ऐप्स पर पाबंदी लगा दी गई है।
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विस्तार
सुरक्षा तकनीक को चकमा देकर सायबर धोखेबाजों ने आपके स्मार्ट फोन में सेंध लगा दी है। इसके लिए उन्होंने आपका फोन हैक नहीं किया बल्कि कई मेहमान उसमें प्रविष्ट करा दिए। ये मेहमान वो खतरनाक ऐप्स हैं, जो आपके रुपयों से लेकर डाटा तक सब चुरा रहे हैं।
सायबर सुरक्षा के जानकारों का कहना है कि धोखेबाजों ने एक और मालवेयर तैयार किया है। यह अब तक दुनिया भर के लाखों एंड्राइड स्मार्टफोन यूजर्स को करोड़ों रुपयों की चपत लगा चुका है। इसलिए गूगप प्ले स्टोर ने कई ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया है। गूगल का कहना है कि उसे इन ऐप्स के बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद 136 ऐप्स पर पाबंदी लगा दी गई है।
सायबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने ‘ग्रिफ्थोर्स एंड्राइड ट्रोजन’ नाम के मोबाइल प्रीमियम सेवा अभियान की खोज की है। इसने समूची दुनिया में एक करोड़ से ज्यादा एंड्राइड फोन उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाया है। जहां सामान्य ऑनलाइन घोटाले फ़िशिंग तकनीकों का लाभ उठाते हैं, वहीं ग्रिफ्थोर्स एंड्रॉयड ट्रोजन अनूठा है। यह ट्रोजन के रूप में काम करने वाले मेलिसियस एंड्राइड ऐप के पीछे छिपा हुआ है।
प्रतिबंधित कुछ ऐप्स ये हैं-
हैंडी ट्रांसलेटर प्रो, हार्ट रेट ट्रैकर, पल्स ट्रैकर, जियोस्पॉट, जीपीएस लोकेशन ट्रैकर, आईकेयर, फाइंड लोकेशन, माई चैट ट्रांसलेटर जैसे ऐप्स शामिल हैं।