दीपिका पादुकोण, अनन्या पांडे, सिद्धांत चतुर्वेदी और धैर्य करवा की फिल्म गहराइयां हाल ही में अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई है। फिल्म का निर्देशन शकुन बत्रा ने किया है। लोगों को दीपिका से शिकायत है कि आखिर करियर के इस मुकाम पर उन्हें इस तरह की फिल्में करने की क्या जरूरत पड़ गई। फिल्म की स्टोरी बेहद कमजोर है। सोशल मीडिया पर फिल्म का जमकर मजाक उड़ रहा है। एडल्ट फिल्म (व्यस्कों की फिल्म) के नाम पर जबरदस्ती की गालियां सुनाई गई हैं।
फिल्म में बात-बात पर गाली
फिल्म में सिद्धांत और दीपिका के बीच काफी हॉट केमिस्ट्री दिखाई है, बावजूद इसके दर्शकों को यह पसंद नहीं आ रही है। फिल्म देख चुके कुछ दर्शकों का तो यहां तक कहना है कि फिल्म का नाम गहराइयां की जगह इसमें दी जाने वाली गाली होनी चाहिए थी। फिल्म में हॉलीवुड स्टाइल कॉपी करने की कोशिश तो पूरी की गई है लेकिन ये सब बेवजह जान पड़ती है।
कंगना रणौत ने तो पहले ही इस फिल्म को कचरा करार दे दिया है। लेकिन आखिरी के 40 मिनट में दीपिका का रोल दमदार है। हालांकि बाकी किरदारों के इमोशंस फेक लगते हैं। शकुन बत्रा की ये फिल्म भारत के लोगों के लिए बनाई गई नहीं लगती है। फिल्म देखने के बाद एक यूजर ने लिखा- एक मात्र गहराइयां, गहराइयां देखने के बाद मेरे दिमाग में है क्योंकि इस फिल्म को देखने के बाद मेरा पूरा दिमाग खराब हो गया है।’
एक यूजर ने लिखा- इससे अच्छा तो क्राइम पेट्रोल देख लेते। एक ने लिखा- ‘गहराइयां’ फिल्म इतने मसलों पर बात करना चाहती है। वो अलग बात है कि किसी एक मसले को भी सही से कवर नहीं कर पाती। फिल्म का क्लाइमैक्स लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। एक यूजर ने तो यहां तक कह दिया कि लॉकडाउन में बिताए पलों को शूट कर फिल्म बना दी गई है। वहीं एक ने लिखा- क्या किसी ने नोटिस किया फिल्म में कितनी बार F*** बोला गया है। एक ने तो इस फिल्म को स्पोर्ट्स ब्रा का विज्ञापन कह डाला।