बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Sat, 15 Jan 2022 11:37 AM IST
सार
Longest And Shortest Budget Speech: भारत के बजट इतिहास से संबंधित दिलचस्प जानकारियों जुड़ी इस कड़ी में हम आपको और भी ऐसी खास बातों को बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानना आपके लिए जरूरी है। देश की संसद में दिए जाने वाले अब तक के सबसे लंबे बजट भाषण की बात करें तो ये रिकॉर्ड वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज है। लेकिन ऐसा कौन सा वित्त मंत्री था जिसने महज कुछ शब्दों या ही यानी अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण दिया था।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण
– फोटो : PTI
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विस्तार
कोरोना के साये में पेश होगा आम बजट
सरकार आम बजट के जरिए अपने खर्च का लेखा-जोखा जोखा पेश करती है। इसके साथ ही इसके जरिए नई योजनाओं को भी देश की जनता के सामने रखा जाता है। इसबार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अपना चौथा आम बजट पेश करने वाली हैं। कोरोना महामारी ने देश और दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है। ऐसे में इस साल के बजट में ये देखना दिलचस्प होगा कि देश को संकट से उबारने के लिए बजट में क्या बदलाव किया गया है।
निर्मला सीतारमण ने दिया सबसे लंबा बजट भाषण
बजट के इतिहास के लंबे बजट भाषणों की बात करें तो अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज है। उन्होंने पिछले साल पूरे 2 घंटे 41 मिनट का भाषण देकर नया रिकॉर्ड बनाया। बता दें कि सीतारमण के बजट भाषण से 17 साल पहले जसवंत सिंह ने 2003 में 2 घंटे 13 मिनट तक बजट भाषण दिया था, जो इससे पहले रिकॉर्ड था।
हीरूभाई पटेल ने पढ़ा था सबसे छोटा बजट भाषण
साल 1977, इमरजेंसी के बाद हुए लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो चुका था। मोरारजी देसाई के नेतृत्व में देश में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनी थी। मोरारजी प्रधानमंत्री बने थे और वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी हिरूभाई एम पटेल को सौंपी गई थी। तब 1977 के मार्च में हिरूभाई ने अंतरिम बजट संसद में पेश किया था। उनका बजट भाषण महज 800 शब्दों का था, जो महज कुछ ही मिनटों में समाप्त हो गया था। इसे अबतक का सबसे छोटा बजट भाषण माना जाता है।
किसने सबसे ज्यादा बार पेश किया बजट
अब तक सबसे अधिक बार भारत का बजट मोरारजी देसाई ने पेश किया है। मोरारजी ने वित्त मंत्री के रूप में दस बार देश का बजट पेश किया है। इसमें आठ बजट और दो अंतरिम बजट शामिल हैं। मोरारजी देसाई के बाद सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड यूपीए सरकार के दौरान वित्त मंत्री रहे पी. चिदंबरम के नाम है। उन्होंने 9 बार बजट पेश किया, जबकि प्रणब मुखर्जी ने 8 बार और यशवंत सिन्हा 8 बार बजट पेश किया था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी 6 बार देश का आम बजट पेश कर चुके थे।