अमित शाह के हिंदी के लिए पीछे की बोली: सीपीआई एमपी ने मोदी को लिखा?
अमित शाह के हिंदी के लिए पीछे की बोली: सीपीआई एमपी ने मोदी को क्या लिखा?
राष्ट्रपति अमित शाह ने हाल ही में अपनी हिंदी को कमीशन के पीछे लिखे गए प्रस्ताव पर एक सुझाव किया है. उन्होंने कहा कि सीपीआई एमपी ने अपने मोदी प्रधानमंत्री को क्या लिखा है? यह जरूरी है कि हम सभी इसे जानें और इससे सम्बंधित कार्यों को पूरा करें.
अमित शाह ने कहा कि सीपीआई एमपी ने क्या लिखा है? ऐसा जानना हमारे लिए जरूरी है क्योंकि यह हमारे समय के प्रस्ताव के भीतर कुछ अन्य कार्यों पर आधारित है. सीपीआई एमपी ने अपने मोदी प्रधानमंत्री को अपनी समीक्षा के रूप में क्या लिखा है? यह सवाल हमें उत्तर देने की आवश्यकता है.
अमित शाह ने कहा कि हम सभी इस प्रश्न को आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके सुधारेंगे. यह हमारी सच्चाई और निष्पक्षता के बारे में कुछ नई और जानकारी देगा. प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए अपनी समीक्षा के रूप में क्या लिखा है? इसका उत्तर हमें जानना चाहिए ताकि हम इस प्रस्ताव को हमारे कार्यों में उपयोग कर सकें.
अमित शाह के हिंदी के लिए पीछे की बोली: सीपीआई एमपी के हिंदी में क्या कहा था?
अमित शाह और पीएम मोदी के बीच हुए चर्चे के दौरान, सीपीआई एमपी ने मोदी सरकार को एक अविलंब हिंदी बातचीत दी। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि हमें सभी को हिंदी के माध्यम से जोड़ने का सुझाव दिया है। हम सभी को हिंदी के माध्यम से संवाद करना चाहिए और यह हमारी समाज में सफलता के लिए एक अहम हिस्सा है। उन्होंने अपने संदेश में और भी यही कहा कि हिंदी को हमारी सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक माना जाना चाहिए।
अमित शाह के हिंदी के लिए पीछे की बोली: मोदी के लिए सीपीआई एमपी के क्या सुझाव थे?
अमित शाह का हिंदी में कुछ महत्वपूर्ण सुझाव थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वो सरकार को साझा आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक अलग से नियम और नीति के साथ एक विश्वव्यापी सीपीआई एमपी को बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को सुरक्षित फ्रीज और महंगाई में होने वाले गिरफ्तारी को रोकने के लिए एक अलग से नियम और नीति बनाने की जरूरत है।