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2+2 समिट: भारत-अमेरिका के बीच वार्ता से पहले व्हाइट हाउस का बयान, दुनिया में हमारे रिश्ते सबसे अहम 

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वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sat, 09 Apr 2022 07:52 AM IST

सार

व्हाइट हाउस का यह बयान, 2+2 समिट शुरू होने से दो दिन पहले आया है। प्रेस सचिव जेन साकी ने जो बाइडन के हवाले से कहा कि, भारत के साथ हमारे संबंध सबसे अहम और महत्वपूर्ण हैं। 

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भारत- अमेरिका के बीच 11 अप्रैल से शुरू होने जा रही ‘2+2’ वार्ता से पहले व्हाइट हाउस की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का मानना है कि भारत-अमेरिका के रिश्ते दुनिया में सबसे अहम है और उम्मीद है कि होने वाली वार्ता हमारे रिश्तों को और बेहतर बनाएगी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, यह वार्ता हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगी। जेन साकी ने कहा कि, ‘2+2’ वार्ता के दौरान रूस-यू्क्रेन युद्ध के कारण ऊर्जा और खाद्य संकट पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत होगी। 

दरअसल, यह वार्ता रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री स्तरीय है। ऐसे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका की यात्रा करेंगे और सोमवार को इस समिट में भाग लेंगे। 

दलीप सिंह ने भारत को नहीं दी कोई चेतावनी
व्हाइट हाउस के सलाहकार भारतीय मूल के दलीप सिंह की भारत यात्रा को लेकर भी व्हाइट हाउस की ओर से बयान जारी किया गया है। जेन साकी ने कहा कि, दलीप सिंह ने भारत यात्रा के दौरान रूस से तेल आयात को लेकर भारत को कोई चेतावनी नहीं दी थी, बल्कि उन्होंने भारतीय पक्ष के साथ सकारात्मक वार्ता की थी। उन्होंने कहा कि, भारत रूस की तुलना में अमेरिका से अधिक ऊर्जा आयात करता है। दरअसल, दलीप सिंह ने भारत यात्रा के दौरान कथित रूप से कहा था कि, यदि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करता है तो भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि रूस उसकी मदद करेगा। 

विस्तार

भारत- अमेरिका के बीच 11 अप्रैल से शुरू होने जा रही ‘2+2’ वार्ता से पहले व्हाइट हाउस की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का मानना है कि भारत-अमेरिका के रिश्ते दुनिया में सबसे अहम है और उम्मीद है कि होने वाली वार्ता हमारे रिश्तों को और बेहतर बनाएगी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, यह वार्ता हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगी। जेन साकी ने कहा कि, ‘2+2’ वार्ता के दौरान रूस-यू्क्रेन युद्ध के कारण ऊर्जा और खाद्य संकट पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत होगी। 

दरअसल, यह वार्ता रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री स्तरीय है। ऐसे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका की यात्रा करेंगे और सोमवार को इस समिट में भाग लेंगे। 

दलीप सिंह ने भारत को नहीं दी कोई चेतावनी

व्हाइट हाउस के सलाहकार भारतीय मूल के दलीप सिंह की भारत यात्रा को लेकर भी व्हाइट हाउस की ओर से बयान जारी किया गया है। जेन साकी ने कहा कि, दलीप सिंह ने भारत यात्रा के दौरान रूस से तेल आयात को लेकर भारत को कोई चेतावनी नहीं दी थी, बल्कि उन्होंने भारतीय पक्ष के साथ सकारात्मक वार्ता की थी। उन्होंने कहा कि, भारत रूस की तुलना में अमेरिका से अधिक ऊर्जा आयात करता है। दरअसल, दलीप सिंह ने भारत यात्रा के दौरान कथित रूप से कहा था कि, यदि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करता है तो भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि रूस उसकी मदद करेगा। 

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