मार्च 2023 आर्काइव — क्या मिला और क्या नहीं

आपने मार्च 2023 का आर्काइव खोला है। सीधी बात: इस महीने हमारी साइट पर कोई नया आर्टिकल पब्लिश नहीं हुआ। अगर आप किसी खास खबर या रिपोर्ट की तलाश में हैं, तो नीचे दिए सरल कदम आपकी मदद करेंगे।

क्यों खाली है यह महीना?

कभी-कभी संपादन कारणों से या साइट के टेक्निकल अपडेट के चलते कुछ महीने खाली दिख सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि वही खबरें मौजूद नहीं थीं—हो सकता है वे बाद में मर्ज हुई हों, या श्रेणियों में शिफ्ट की गई हों। हम ऐसी स्थितियों को सुधारने की कोशिश करते हैं और पुराने पोस्ट को सही जगह पर रखकर नेविगेशन आसान बनाते हैं।

अगर आप किसी दिन-विशेष की खबर ढूँढ रहे हैं, तो तारीख, विषय और स्थान का संयोजन इस्तेमाल करें। उदाहरण: "नई दिल्ली मार्च 2023" या "March 2023 राजनीतिक खबरें" जैसे खोज शब्द मददगार होते हैं।

कैसे खोजें पुरानी खबरें और फॉलो करें अपडेट

यहाँ कुछ आसान तरीके हैं जो तुरंत काम आएँगे:

1) साइट का सर्च बॉक्स इस्तेमाल करें। एक से दो शब्द रखें—जैसे शहर का नाम या विषय।

2) श्रेणी देखें: देश, विदेश, दिल्ली, खेल, मनोरंजन, टेक। अक्सर पुरानी कवरेज इन्हीं श्रेणियों में मिल जाती है।

3) नजदीकी महीनों की आर्काइव चेक करें — फरवरी 2023 और अप्रैल 2023 में वही खबरें मिल सकती हैं जो मार्च में उपलब्ध नहीं हैं।

4) टैग और हेडलाइन पढ़ें। कई बार एक छोटी सी टैग लाइन से आपको वही लेख मिल जाएगा जिसकी आपको तलाश थी।

5) अगर कुछ खास रिपोर्ट या डेटा चाहिए तो हमें बताइए। आप संपादकीय टीम को संदेश भेजकर विशेष आर्काइव रिक्वेस्ट कर सकते हैं। हम कोशिश करेंगे जानकारी उपलब्ध कराने की।

यदि आप नियमित रूप से हमारी कवरेज देखना चाहते हैं, तो वेबसाइट पर नेविगेशन बार और श्रेणियों को फॉलो करें। इससे आप तुरंत पता लगा पाएँगे कि कौन-सी खबरें ताज़ा आई हैं और कौन-सी पुरानी कवरेज उपलब्ध है।

यदि आप किसी घटना या तारीख की पुष्टि चाहते हैं, तो उसे एक छोटे खोज वाक्य के रूप में साइट पर डालें। आसान उदाहरण: "दिल्ली बारिश 15 मार्च 2023"। ऐसे सटीक शब्द अक्सर सही आर्टिकल दिखा देते हैं।

हम जानते हैं खाली आर्काइव कभी निराश कर सकती है। पर आप ऊपर बताए गए तरीकों से अक्सर वही जानकारी पा सकते हैं जो चाहिए। अगर फिर भी नहीं मिलता तो हमें बताइए—हम आपकी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे।

धन्यवाद कि आप "सुबह का समाचार" पढ़ते हैं। आप जहाँ भी हों, हम कोशिश करेंगे कि अगली बार खोज और पढ़ने का अनुभव और बेहतर हो।

क्या भारत में किसी को मारना कानूनी है?
क्या भारत में किसी को मारना कानूनी है?

भारत में किसी को मारने को कानूनी है। यह कानूनी अपराध है और अपराधी को प्रत्येक अपराध के लिए सजा दी जाती है। यह अपराध प्रत्येक अपराधी के लिए कानूनी और कानूनी परिणाम हो सकते हैं। मारना कानूनी है और सजा के लिए अपराधी को उसी के कारण से उसे दिया जाता है। इसलिए, भारत में किसी को मारना कानूनी है।

अधिक
भारतीय मिठाईयां कितने लंबे समय तक रखी जा सकती हैं?
भारतीय मिठाईयां कितने लंबे समय तक रखी जा सकती हैं?

भारतीय मिठाईयां अपनी विशेष क्रिया और सामग्री के कारण अपने स्वाद और परिचय को बहुत अल्प समय तक रख सकती हैं। अधिकांश मिठाईयों को तुरंत खाने के लिए अच्छी तरह से रखा जाना चाहिए। कुछ मिठाईयां जैसे कि गुलाबी की रेसिपी, जैसे जूस के लिए, कुछ दिनों तक रखी जा सकती हैं। लेकिन कुछ मिठाईयां जैसे कि कॉक्स केक और अन्य मिठाईयां मात्र कुछ घंटों तक रखी जा सकती हैं। अधिकतम मिठाईयां अधिकतम तीन दिनों तक रखी जा सकती हैं।

अधिक