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हुरून का दावा: 2020-21 में बड़ी कंपनियों की पूंजी 68 फीसदी बढ़ी, तबाह हो गए छोटे कारोबारी

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बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, , अमर अजाला, मुंबई
Published by: सुभाष कुमार
Updated Fri, 10 Dec 2021 06:18 AM IST

सार

16.7 लाख करोड़ के साथ मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रही। दूसरे नंबर पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (13.1 लाख करोड़) और एचडीएफसी बैंक (9.1 लाख करोड़) लाख करोड़ तीसरे पायदान पर रही। गैर

Hurun Rich LIst 2021 (सांकेतिक फोटो)
– फोटो : सोशल मीडिया

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कोविड-19 महामारी के दौर में भी देश की शीर्ष-500 कंपनियों की पूंजी 68 फीसदी बढ़ी है। हुरून ने बृहस्पतिवार को जारी सूची में बताया कि शेयर बाजार में सूचीबद्ध शीर्ष-500 कंपनियों की पूंजी 2020-21 में 90 लाख करोड़ रुपये बढ़ी और कुल नेटवर्थ 228 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। हुरून के मुताबिक, बीते साल 200 कंपनियों का बाजार मूल्यांकन दोगुने से भी ज्यादा बढ़ा है। 

16.7 लाख करोड़ के साथ मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रही। दूसरे नंबर पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (13.1 लाख करोड़) और एचडीएफसी बैंक (9.1 लाख करोड़) लाख करोड़ तीसरे पायदान पर रही। गैर सूचीबद्ध कंपनियों में सबसे ज्यादा सीरम इंस्टीट्यूट का मूल्यांकन 127 फीसदी बढ़कर 1.8 लाख करोड़ पहुंच गया। 2021 में इन कंपनियों ने कुल 58 लाख करोड़ की बिक्री की, जो भारतीय जीडीपी का 26 फीसदी है। इतना ही नहीं इन कंपनियों ने कुल 69 लाख लोगों को रोजगार दिया है, जो देश की कुल श्रम संख्या का 1.5 फीसदी है। तेजी से कमाई करने वाली कंपनियों में स्टार्टअप की हिस्सेदारी 11 फीसदी है। ब्यूरो

टाटा समूह ने जोड़े 8.5 लाख करोड़
2021 में टाटा समूह ने अपनी संपत्तियों में सबसे ज्यादा इजाफा किया है। समूह की 14 कंपनियों ने कुल 8.5 लाख करोड़ की पूंजी जोड़ी है, जो कुल कंपनियों की कमाई का करीब 10% है। सूची में शामिल कंपनियों ने 1.9 लाख करोड़ टैक्स का भुगतान किया है, जो कुल कॉरपोरेट टैक्स का 62 फीसदी हिस्सा है।

कंपनियों ने कितना कमाया

आरआईएल 3,63,044
टीसीएस 3,09,534
इन्फोसिस 2,99,946
आईसीआईसीआई 2,67,022
एचडीएफसी 2,54,303
आंकड़े करोड़ रुपये में

सबसे प्रभावी क्षेत्र

वित्त 77 कंपनी
स्वास्थ्य 64 कंपनी
रसायन 42 कंपनी
सॉफ्टवेयर 37 कंपनी
उपभोक्ता उत्पाद 35 कंपनी

विस्तार

कोविड-19 महामारी के दौर में भी देश की शीर्ष-500 कंपनियों की पूंजी 68 फीसदी बढ़ी है। हुरून ने बृहस्पतिवार को जारी सूची में बताया कि शेयर बाजार में सूचीबद्ध शीर्ष-500 कंपनियों की पूंजी 2020-21 में 90 लाख करोड़ रुपये बढ़ी और कुल नेटवर्थ 228 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। हुरून के मुताबिक, बीते साल 200 कंपनियों का बाजार मूल्यांकन दोगुने से भी ज्यादा बढ़ा है। 

16.7 लाख करोड़ के साथ मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रही। दूसरे नंबर पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (13.1 लाख करोड़) और एचडीएफसी बैंक (9.1 लाख करोड़) लाख करोड़ तीसरे पायदान पर रही। गैर सूचीबद्ध कंपनियों में सबसे ज्यादा सीरम इंस्टीट्यूट का मूल्यांकन 127 फीसदी बढ़कर 1.8 लाख करोड़ पहुंच गया। 2021 में इन कंपनियों ने कुल 58 लाख करोड़ की बिक्री की, जो भारतीय जीडीपी का 26 फीसदी है। इतना ही नहीं इन कंपनियों ने कुल 69 लाख लोगों को रोजगार दिया है, जो देश की कुल श्रम संख्या का 1.5 फीसदी है। तेजी से कमाई करने वाली कंपनियों में स्टार्टअप की हिस्सेदारी 11 फीसदी है। ब्यूरो

टाटा समूह ने जोड़े 8.5 लाख करोड़

2021 में टाटा समूह ने अपनी संपत्तियों में सबसे ज्यादा इजाफा किया है। समूह की 14 कंपनियों ने कुल 8.5 लाख करोड़ की पूंजी जोड़ी है, जो कुल कंपनियों की कमाई का करीब 10% है। सूची में शामिल कंपनियों ने 1.9 लाख करोड़ टैक्स का भुगतान किया है, जो कुल कॉरपोरेट टैक्स का 62 फीसदी हिस्सा है।

कंपनियों ने कितना कमाया

आरआईएल 3,63,044

टीसीएस 3,09,534

इन्फोसिस 2,99,946

आईसीआईसीआई 2,67,022

एचडीएफसी 2,54,303

आंकड़े करोड़ रुपये में

सबसे प्रभावी क्षेत्र

वित्त 77 कंपनी

स्वास्थ्य 64 कंपनी

रसायन 42 कंपनी

सॉफ्टवेयर 37 कंपनी

उपभोक्ता उत्पाद 35 कंपनी

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