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हरियाणा: विश्व चैंपियनशिप खेलने जा रहा पहलवान डोप में फंसा, अंतिम क्षणों में ओस्लो जाने से रोका गया
अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली।
Published by: योगेश साहू
Updated Fri, 01 Oct 2021 07:16 AM IST
सार
दिल्ली में 31 अगस्त को हुए ट्रायल में नाडा ने शुभम का सैंपल लिया था। इसमें डाययूरेटिक्स मास्किंग एजेंट फ्यूरोसमाईड के प्रयोग के लिए वह डोप पॉजिटिव पाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार दो दिन पूर्व नाडा ने शुभम को डोप पॉजिटिव घोषित किया।
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उनका छोड़ पूरी फ्रीस्टाइल टीम बृहस्पतिवार तड़के नार्वे रवाना हो गई। दिल्ली में 31 अगस्त को हुए ट्रायल में नाडा ने शुभम का सैंपल लिया था। इसमें डाययूरेटिक्स मास्किंग एजेंट फ्यूरोसमाईड के प्रयोग के लिए वह डोप पॉजिटिव पाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार दो दिन पूर्व नाडा ने शुभम को डोप पॉजिटिव घोषित किया।
इसके बाद उनकी जगह ट्रायल में दूसरे स्थान पर रहे पंकज को विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम में शामिल करने कोशिश की गई पर बात नहीं बनीं। टोक्यो से पहले भी सुमित (125 किग्रा) डोप में फंसे थे। भारतीय खेलों में सुमित के बाद डोप में फंसने का यह दूसरा बड़ा मामला है।
नहीं लगाया अस्थायी प्रतिबंध
नाडा ने शुभम के सैंपल की जांच बेल्जियम स्थित गेंट लैब में कराई थी। मास्किंग एजेंट का प्रयोग खेलों में आमतौर पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के बाद उन्हें शरीर से बाहर निकालने के लिए किया जाता है। नाडा ने नोटिस में साफ किया है कि शुभम ने प्रतिबंधित दवा के सेवन से पहले थेराप्यूटिक यूज एक्जंप्शन (टीयूई) के तहत अनुमति नहीं ली है।
हालांकि मास्किंग एजेंट वाडा की स्पेसिफाइड सूची में आते हैं जिसके चलते शुभम पर अस्थायी प्रतिबंध नहीं लगाया है। लेकिन कुश्ती संघ ने कोई जोखिम नहीं लेते हुए उन्हें टीम के साथ नही भेजा। शुभम को नाडा सुनवाई पैनल के समक्ष अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी वरना उन पर प्रतिबंध लगना तय है।
विस्तार
उनका छोड़ पूरी फ्रीस्टाइल टीम बृहस्पतिवार तड़के नार्वे रवाना हो गई। दिल्ली में 31 अगस्त को हुए ट्रायल में नाडा ने शुभम का सैंपल लिया था। इसमें डाययूरेटिक्स मास्किंग एजेंट फ्यूरोसमाईड के प्रयोग के लिए वह डोप पॉजिटिव पाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार दो दिन पूर्व नाडा ने शुभम को डोप पॉजिटिव घोषित किया।
इसके बाद उनकी जगह ट्रायल में दूसरे स्थान पर रहे पंकज को विश्व चैंपियनशिप के लिए टीम में शामिल करने कोशिश की गई पर बात नहीं बनीं। टोक्यो से पहले भी सुमित (125 किग्रा) डोप में फंसे थे। भारतीय खेलों में सुमित के बाद डोप में फंसने का यह दूसरा बड़ा मामला है।
नहीं लगाया अस्थायी प्रतिबंध
नाडा ने शुभम के सैंपल की जांच बेल्जियम स्थित गेंट लैब में कराई थी। मास्किंग एजेंट का प्रयोग खेलों में आमतौर पर प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के बाद उन्हें शरीर से बाहर निकालने के लिए किया जाता है। नाडा ने नोटिस में साफ किया है कि शुभम ने प्रतिबंधित दवा के सेवन से पहले थेराप्यूटिक यूज एक्जंप्शन (टीयूई) के तहत अनुमति नहीं ली है।
हालांकि मास्किंग एजेंट वाडा की स्पेसिफाइड सूची में आते हैं जिसके चलते शुभम पर अस्थायी प्रतिबंध नहीं लगाया है। लेकिन कुश्ती संघ ने कोई जोखिम नहीं लेते हुए उन्हें टीम के साथ नही भेजा। शुभम को नाडा सुनवाई पैनल के समक्ष अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी वरना उन पर प्रतिबंध लगना तय है।