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संक्रमण का खतरा: टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं पर लक्षण हैं तो जांच जरूर करवाएं
न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस, वाशिंगटन।
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 30 Jul 2021 07:23 AM IST
कोरोना जांच करता स्वास्थ्यकर्मी (फाइल फोटो)
– फोटो : PTI
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वहीं अब सीडीसी ने कहा है कि टीका लगवा चुके लोगों में संक्रमण का कोई लक्षण है या किसी संक्रमित के संपर्क में आए हैं तो उन्हें भी कोरोना की जांच करानी होगी।
सीडीसी की निदेशक डॉ. रोशेल पी वैलेंस्की ने कहा है कि डेल्टा वैरिएंट पुराने वैरिएंट से अलग है। टीके की दोनों डोज लगवा चुके लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखकर टीका लगवा चुके लोगों से भी अपील की गई है कि अगर उनमें कोरोना के लक्षण हैं या वे किसी संक्रमित के संपर्क में आए हैं तो अपनी जांच जरूर करवाएं।
इससे पहले सीडीसी ने कहा था कि टीका लगवा चुके लोगों को जांच की कोई जरूरत नहीं है। संक्रमण की तेज रफ्तार के बीच सीडीसी ने सभी से मास्क पहनने की अपील की है। खासतौर पर बंद और सार्वजनिक स्थानों पर क्योंकि ऐसे स्थानों से संक्रमण के फैलने का खतरा अधिक है।
डॉ. वैलेंस्की का कहना है कि परीक्षण में पता चला है कि टीका की दोनों खुराक ले चुके लोग डेल्टा वैरिएंट की चपेट में आते हैं तो उनके भीतर बड़ी मात्रा में वायरल लोड हो सकता है जिससे दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं।
चार से पांच दिन में कराएं जांच…
डॉ. वैलेंस्की का कहना है कि लक्षण आने या संक्रमित के संपर्क में आने के बाद चार से पांच दिन के भीतर जांच करवानी होगी। अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो सावधानी बरतें। रिपोर्ट पॉजिटिव है तो कम से कम दस दिन तक घर में आइसोलेट रहें। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिन लोगों के संपर्क में आए हैं और जिन्हें जानते हैं उन्हें भी जांच कराने को कहें या अपनी रिपोर्ट के बारे में बता दें।
बच्चों को भी मास्क पहनाएं
सीडीसी का कहना है कि वायरस बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है। इसे देखते हुए बारह वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी मास्क पहनना होगा। सार्वजनिक स्थानों और स्कूल में बच्चों को अधिक सावधानी बरतनी होगी। बच्चे जिन्हें टीका नहीं लगा है उनकी सेहत को लेकर अभिभावकों को अधिक सतर्क रहना होगा। बच्चों में संक्रमण के कारण लंबे समय तक स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ होने की आशंका है।
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वहीं अब सीडीसी ने कहा है कि टीका लगवा चुके लोगों में संक्रमण का कोई लक्षण है या किसी संक्रमित के संपर्क में आए हैं तो उन्हें भी कोरोना की जांच करानी होगी।
सीडीसी की निदेशक डॉ. रोशेल पी वैलेंस्की ने कहा है कि डेल्टा वैरिएंट पुराने वैरिएंट से अलग है। टीके की दोनों डोज लगवा चुके लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखकर टीका लगवा चुके लोगों से भी अपील की गई है कि अगर उनमें कोरोना के लक्षण हैं या वे किसी संक्रमित के संपर्क में आए हैं तो अपनी जांच जरूर करवाएं।
इससे पहले सीडीसी ने कहा था कि टीका लगवा चुके लोगों को जांच की कोई जरूरत नहीं है। संक्रमण की तेज रफ्तार के बीच सीडीसी ने सभी से मास्क पहनने की अपील की है। खासतौर पर बंद और सार्वजनिक स्थानों पर क्योंकि ऐसे स्थानों से संक्रमण के फैलने का खतरा अधिक है।
डॉ. वैलेंस्की का कहना है कि परीक्षण में पता चला है कि टीका की दोनों खुराक ले चुके लोग डेल्टा वैरिएंट की चपेट में आते हैं तो उनके भीतर बड़ी मात्रा में वायरल लोड हो सकता है जिससे दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं।
चार से पांच दिन में कराएं जांच…
डॉ. वैलेंस्की का कहना है कि लक्षण आने या संक्रमित के संपर्क में आने के बाद चार से पांच दिन के भीतर जांच करवानी होगी। अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो सावधानी बरतें। रिपोर्ट पॉजिटिव है तो कम से कम दस दिन तक घर में आइसोलेट रहें। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिन लोगों के संपर्क में आए हैं और जिन्हें जानते हैं उन्हें भी जांच कराने को कहें या अपनी रिपोर्ट के बारे में बता दें।
बच्चों को भी मास्क पहनाएं
सीडीसी का कहना है कि वायरस बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है। इसे देखते हुए बारह वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी मास्क पहनना होगा। सार्वजनिक स्थानों और स्कूल में बच्चों को अधिक सावधानी बरतनी होगी। बच्चे जिन्हें टीका नहीं लगा है उनकी सेहत को लेकर अभिभावकों को अधिक सतर्क रहना होगा। बच्चों में संक्रमण के कारण लंबे समय तक स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ होने की आशंका है।