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रिपोर्ट : स्पैम कॉल में चौथे नंबर पर भारत, इस साल एक ही स्पैमर ने किए 20 करोड़ से ज्यादा कॉल, हर घंटे 27 हजार

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एजेंसी, बंगलूरू।
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 18 Dec 2021 05:58 AM IST

सार

रिपोर्ट के मुताबिक, केवाईसी के नाम पर लोगों के साथ सबसे ज्यादा धोखाधड़ी की जाती है।

सांकेतिक तस्वीर…
– फोटो : अमर उजाला

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दुनियाभर में स्पैम कॉल मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए परेशानी और ठगी का बड़ा जरिया बनते जा रहे हैं। एक ताजा रिपोर्ट में सामने आया है कि भारत में इस साल एक ही नंबर (स्पैमर) से 20.2 करोड़ कॉल किए गए। यानी इस स्पैमर ने एक दिन में 6.64 लाख और हर घंटे 27 हजार कॉल करके भारतीयों को परेशान किया। 

वैश्विक प्लेटफॉर्म ‘ट्रूकॉलर’ ने अपनी पांचवीं सालाना ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट में स्पैम कॉल्स से प्रभावित शीर्ष 20 देशों की फेहरिस्त तैयार की है, जिसमें एक जनवरी से 31 अक्तूबर 2021 तक के आंकड़ों को खंगाला गया है। 

37.8 अरब स्पैम कॉल कराए ब्लॉक, सबसे ज्यादा सेल्स के
ट्रूकॉलर ने 30 करोड़ यूजर्स की 37.8 अरब स्पैम कॉल को पहचानकर ब्लॉक करने में मदद की है। 2021 में स्पैम कॉल्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी सेल्स कॉल (93.5 फीसदी) रही। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी ने दुनिया में न सिर्फ संचार व्यवहार बल्कि स्पैम पैटर्न को भी बदला है।

बैंक के प्रतिनिधि बनकर धोखाधड़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सेल्स और टेलीमार्केटिंग से जुड़े स्पैम कॉल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। यही वजह है कि देश स्पैम कॉल्स की रैंकिंग में नौवें से चौथे नंबर पर आ गया है। वहीं, एक अन्य दिलचस्प तथ्य यह भी उभरा कि स्पैम कॉल के जरिए देश में सबसे आम ठगी अब भी केवाईसी (नो योर कस्टमर) के नाम पर हो रही है। इसमें जालसाज बैंक, वॉलेट या डिजिटल भुगतान सेवा के प्रतिनिधि बनकर लोगों से केवाईसी दस्तावेजों की जानकारी लेकर धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।

विस्तार

दुनियाभर में स्पैम कॉल मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए परेशानी और ठगी का बड़ा जरिया बनते जा रहे हैं। एक ताजा रिपोर्ट में सामने आया है कि भारत में इस साल एक ही नंबर (स्पैमर) से 20.2 करोड़ कॉल किए गए। यानी इस स्पैमर ने एक दिन में 6.64 लाख और हर घंटे 27 हजार कॉल करके भारतीयों को परेशान किया। 

वैश्विक प्लेटफॉर्म ‘ट्रूकॉलर’ ने अपनी पांचवीं सालाना ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट में स्पैम कॉल्स से प्रभावित शीर्ष 20 देशों की फेहरिस्त तैयार की है, जिसमें एक जनवरी से 31 अक्तूबर 2021 तक के आंकड़ों को खंगाला गया है। 

37.8 अरब स्पैम कॉल कराए ब्लॉक, सबसे ज्यादा सेल्स के

ट्रूकॉलर ने 30 करोड़ यूजर्स की 37.8 अरब स्पैम कॉल को पहचानकर ब्लॉक करने में मदद की है। 2021 में स्पैम कॉल्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी सेल्स कॉल (93.5 फीसदी) रही। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी ने दुनिया में न सिर्फ संचार व्यवहार बल्कि स्पैम पैटर्न को भी बदला है।

बैंक के प्रतिनिधि बनकर धोखाधड़ी

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सेल्स और टेलीमार्केटिंग से जुड़े स्पैम कॉल में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। यही वजह है कि देश स्पैम कॉल्स की रैंकिंग में नौवें से चौथे नंबर पर आ गया है। वहीं, एक अन्य दिलचस्प तथ्य यह भी उभरा कि स्पैम कॉल के जरिए देश में सबसे आम ठगी अब भी केवाईसी (नो योर कस्टमर) के नाम पर हो रही है। इसमें जालसाज बैंक, वॉलेट या डिजिटल भुगतान सेवा के प्रतिनिधि बनकर लोगों से केवाईसी दस्तावेजों की जानकारी लेकर धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।

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