ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 22 सितंबर को सुबह 8 बजकर 18 मिनट पर कन्या राशि की यात्रा समाप्त करके तुला राशि में प्रवेश करेंगे। इसी राशि पर गोचर करते हुए ये 27 सितंबर को सुबह 10 बजकर 34 मिनट पर वक्री होंगे और उसी अवस्था में 2 अक्टूबर की मध्यरात्रि पश्चात 2 बजकर 43 मिनट पर पुनः कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कन्या राशि पर ही गोचर करते हुए बुध 18 अक्टूबर को रात्रि 08 बजकर 41मिनट पर मार्गी होंगे और 02 नवंबर की सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर फिर से तुला राशि में गोचर करेंगे। मार्गी अवस्था में गोचर करते हुए ये 21 नवंबर की सुबह 04 बजकर 48 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इनके राशि परिवर्तन का अन्य सभी राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।