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रचा इतिहास: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में पहली अश्वेत महिला न्यायाधीश बनीं केतनजी ब्राउन जैक्सन, जानें इनके बारे में सबकुछ
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 08 Apr 2022 02:40 AM IST
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केतनजी ब्राउन जैक्सन 83 वर्षीय जस्टिस स्टीफन ब्रेयर की जगह लेंगी। सीनेट ने न्यायाधीश केतनजी ब्राउन जैक्सन के पक्ष में 53 से 47 वोट दिए, जिससे वह सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत होने वाली पहली अश्वेत महिला बन गईं।
हार्वर्ड से स्नातक और लॉ की पढ़ाई पूरी की
केतनजी जैक्सन की उम्र 51 साल है और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कानून के क्षेत्र में एक क्लर्क के रूप में काम करते हुए की थी। उन्होंने हार्वर्ड से स्नातक और लॉ की पढ़ाई पूरी की। 2013 में संघीय न्यायाधीश बनने से पहले अमेरिकी सजा आयोग में अपनी सेवाएं दीं।
जैक्सन ने 2013 से 2021 तक कोलंबिया जिले के लिए संयुक्त राज्य के जिला न्यायाधीश के रूप में भी काम किया है। सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष डिक डर्बिन ने जैक्सन के चयन की प्रशंसा की और जल्द से जल्द वोटिंग खत्म कर नियुक्ति की बात कही।
कानून की व्यावहारिक समझ
राष्ट्रपति जो बाइडन ने केतनजी के बारे में बोलते हुए कहा था कि उनको कानून की व्यावहारिक समझ है और यह अनुभव अमेरिकी लोगों के लिए काफी काम करेगा। उन्होंने केतनजी को एक सिद्ध सर्वसम्मति निर्माता कहा। साथ ही कहा कि वह निष्पक्ष रहने और न्याय करने का प्रयास करती हैं।
केतनजी ब्राउन जैक्सन 83 वर्षीय जस्टिस स्टीफन ब्रेयर की जगह लेंगी। सीनेट ने न्यायाधीश केतनजी ब्राउन जैक्सन के पक्ष में 53 से 47 वोट दिए, जिससे वह सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत होने वाली पहली अश्वेत महिला बन गईं।
हार्वर्ड से स्नातक और लॉ की पढ़ाई पूरी की
केतनजी जैक्सन की उम्र 51 साल है और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कानून के क्षेत्र में एक क्लर्क के रूप में काम करते हुए की थी। उन्होंने हार्वर्ड से स्नातक और लॉ की पढ़ाई पूरी की। 2013 में संघीय न्यायाधीश बनने से पहले अमेरिकी सजा आयोग में अपनी सेवाएं दीं।
जैक्सन ने 2013 से 2021 तक कोलंबिया जिले के लिए संयुक्त राज्य के जिला न्यायाधीश के रूप में भी काम किया है। सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष डिक डर्बिन ने जैक्सन के चयन की प्रशंसा की और जल्द से जल्द वोटिंग खत्म कर नियुक्ति की बात कही।
कानून की व्यावहारिक समझ
राष्ट्रपति जो बाइडन ने केतनजी के बारे में बोलते हुए कहा था कि उनको कानून की व्यावहारिक समझ है और यह अनुभव अमेरिकी लोगों के लिए काफी काम करेगा। उन्होंने केतनजी को एक सिद्ध सर्वसम्मति निर्माता कहा। साथ ही कहा कि वह निष्पक्ष रहने और न्याय करने का प्रयास करती हैं।