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योजना: IPO लाने की तैयारी कर रही ओयो, अगले महीने फाइल कर सकती है DRHP
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: डिंपल अलावाधी
Updated Thu, 19 Aug 2021 04:44 PM IST
सार
ओयो होटल्स एंड होम्स अगले महीने सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस फाइल कर सकती है।
Ritesh Agarwal, Founder and CEO of oyo rooms
– फोटो : twitter: @riteshagar
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क्या है डीआरएचपी?
किसी भी कंपनी के लिए आईपीओ लाने के लिए डीआरएचपी फाइल करना जरूरी होता है। डीआरएचपी में कंपनी और उसके कारोबार की विस्तृत जानकारी होती है। इस दस्तावेज में कंपनी बताती है कि वह बाजार से पैसा क्यों और कितना जुटाना चाहती है।
ओयो में जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप की 46 फीसदी हिस्सेदारी
ओयो में जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प की 46 फीसदी हिस्सेदारी है। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2020 के अनुसार, ओयो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रितेश अग्रवाल दुनिया के दूसरे सबसे युवा सेल्फ मेड अरबपति हैं। ओयो देश की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनियों में से एक है। इसकी स्थापना 2013 में रितेश अग्रवाल ने की थी। यह दुनियाभर में बजट होटल्स के लिए एग्रीगेटर का काम करती है।
माइक्रोसॉफ्ट कर सकती है ओयो में निवेश
इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ओयो में निवेश कर सकती है। इस संदर्भ में दोनों कंपनियों के बीच बातचीत एडवांस स्टेज पर पहुंच चुकी है। सूत्रों के अनुसार आगामी हफ्तों में इस सौदे की औपचारिक घोषणा हो सकती है। यह निवेश नौ अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर हो सकता है।
जानिए क्या है आईपीओ
जब भी कोई कंपनी या सरकार पहली बार आम लोगों के सामने कुछ शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है। आईपीओ में पैसा लगाकर निवेशक अच्छे पैसे कमा सकते हैं। पिछले साल कंपनियों ने प्राइमरी मार्केट से 31,000 करोड़ रुपये जुटाए। कुल 16 आईपीओ लॉन्च हुए, जिनमें से 15 की लॉन्चिंग दूसरी छमाही में हुई थी। 2019 के पूरे साल में 16 आईपीओ के जरिए 12,362 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।
विस्तार
क्या है डीआरएचपी?
किसी भी कंपनी के लिए आईपीओ लाने के लिए डीआरएचपी फाइल करना जरूरी होता है। डीआरएचपी में कंपनी और उसके कारोबार की विस्तृत जानकारी होती है। इस दस्तावेज में कंपनी बताती है कि वह बाजार से पैसा क्यों और कितना जुटाना चाहती है।
ओयो में जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप की 46 फीसदी हिस्सेदारी
ओयो में जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प की 46 फीसदी हिस्सेदारी है। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2020 के अनुसार, ओयो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रितेश अग्रवाल दुनिया के दूसरे सबसे युवा सेल्फ मेड अरबपति हैं। ओयो देश की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनियों में से एक है। इसकी स्थापना 2013 में रितेश अग्रवाल ने की थी। यह दुनियाभर में बजट होटल्स के लिए एग्रीगेटर का काम करती है।
माइक्रोसॉफ्ट कर सकती है ओयो में निवेश
इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ओयो में निवेश कर सकती है। इस संदर्भ में दोनों कंपनियों के बीच बातचीत एडवांस स्टेज पर पहुंच चुकी है। सूत्रों के अनुसार आगामी हफ्तों में इस सौदे की औपचारिक घोषणा हो सकती है। यह निवेश नौ अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर हो सकता है।
जानिए क्या है आईपीओ
जब भी कोई कंपनी या सरकार पहली बार आम लोगों के सामने कुछ शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है। आईपीओ में पैसा लगाकर निवेशक अच्छे पैसे कमा सकते हैं। पिछले साल कंपनियों ने प्राइमरी मार्केट से 31,000 करोड़ रुपये जुटाए। कुल 16 आईपीओ लॉन्च हुए, जिनमें से 15 की लॉन्चिंग दूसरी छमाही में हुई थी। 2019 के पूरे साल में 16 आईपीओ के जरिए 12,362 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।