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नासा: नए साल पर गिरे उल्का में थी 30 टन टीएनटी ऊर्जा, गति के अनुमान से उसके आकार की सही जानकारी मिलेगी
एजेंसी, पिट्सबर्ग।
Published by: देव कश्यप
Updated Wed, 05 Jan 2022 12:58 AM IST
सार
नासा ने कहा कि यदि बादल नहीं होते, तो इसे दिन में आसमान में आसानी से देखा जा सकता था। यह संभवत: पूर्णिमा के चांद से करीब 100 गुणा अधिक प्रकाशमान था।
उल्का पिंड (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : सोशल मीडिया
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नासा ने कहा कि यदि बादल नहीं होते, तो इसे दिन में आसमान में आसानी से देखा जा सकता था। यह संभवत: पूर्णिमा के चांद से करीब 100 गुणा अधिक प्रकाशमान था। एक निकटवर्ती इन्फ्रासाउंड स्टेशन ने उल्का से विस्फोट की लहर दर्ज की, जिससे मापन संबंधी अनुमान लगाया गया।
राष्ट्रीय मौसम सेवा में कार्यरत मौसम वैज्ञानिक शैनन हेफरन ने बताया कि वेस्ट वर्जीनिया की हार्डी काउंटी में 17 सितंबर को इसी प्रकार की घटना हुई थी। साउथ हिल्स और अन्य क्षेत्रों के निवासियों ने विस्फोट की आवाज सुनने और घरों के हिलने की सूचना दी थी।
विस्तार
नासा ने कहा कि यदि बादल नहीं होते, तो इसे दिन में आसमान में आसानी से देखा जा सकता था। यह संभवत: पूर्णिमा के चांद से करीब 100 गुणा अधिक प्रकाशमान था। एक निकटवर्ती इन्फ्रासाउंड स्टेशन ने उल्का से विस्फोट की लहर दर्ज की, जिससे मापन संबंधी अनुमान लगाया गया।
राष्ट्रीय मौसम सेवा में कार्यरत मौसम वैज्ञानिक शैनन हेफरन ने बताया कि वेस्ट वर्जीनिया की हार्डी काउंटी में 17 सितंबर को इसी प्रकार की घटना हुई थी। साउथ हिल्स और अन्य क्षेत्रों के निवासियों ने विस्फोट की आवाज सुनने और घरों के हिलने की सूचना दी थी।