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ताइवान पर तनाव: अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के दौरे से चीन बौखलाया, युद्धाभ्यास प्रारंभ
एजेंसी, बीजिंग।
Published by: Jeet Kumar
Updated Thu, 11 Nov 2021 12:58 AM IST
सार
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के मंगलवार को ताइवान पहुंचने से जुड़ी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। लेकिन चीन के रक्षा मंत्रालय ने एक अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से इस दौरे की कड़ी निंदा की है।
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मंत्रालय ने कहा कि पूर्वी थिएटर कमांड द्वारा युद्ध की साझा तैयारी, ताइवान के मुद्दे पर प्रासंगिक देशों के गंभीर रूप से गलत बयानों, उनके अनुचित कदमों और ताइवान की स्वतंत्रता की वकालत करने के कारण की जा रही है। अमेरिका के ताइवान के साथ अनौपचारिक लेकिन मजबूत संबंध हैं।
वहीं चीन और अमेरिका के बीच हांगकांग, दक्षिण चीन सागर, कोविड-19 तथा व्यापार सहित कई मुद्दों पर लंबेसमय से गतिरोध जारी है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के मंगलवार को ताइवान पहुंचने से जुड़ी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। लेकिन चीन के रक्षा मंत्रालय ने एक अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से इस दौरे की कड़ी निंदा की है।
ताइवान के करीबियों को चेताया
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के ताइवान दौरे से बौखलाए चीनी रक्षा मंत्रालय के अज्ञात प्रवक्ता ने यहां तक कह डाला कि किसी को भी चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के दृढ़ संकल्प को कम करके नहीं आंकना चाहिए। बता दें कि चीन ताइवान पर दावा करता है और उसने कहा है कि यदि जरूरी हुआ तो वह सैन्य ताकत से उस पर कब्जा भी कर सकता है।
विस्तार
मंत्रालय ने कहा कि पूर्वी थिएटर कमांड द्वारा युद्ध की साझा तैयारी, ताइवान के मुद्दे पर प्रासंगिक देशों के गंभीर रूप से गलत बयानों, उनके अनुचित कदमों और ताइवान की स्वतंत्रता की वकालत करने के कारण की जा रही है। अमेरिका के ताइवान के साथ अनौपचारिक लेकिन मजबूत संबंध हैं।
वहीं चीन और अमेरिका के बीच हांगकांग, दक्षिण चीन सागर, कोविड-19 तथा व्यापार सहित कई मुद्दों पर लंबेसमय से गतिरोध जारी है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के मंगलवार को ताइवान पहुंचने से जुड़ी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। लेकिन चीन के रक्षा मंत्रालय ने एक अज्ञात प्रवक्ता के हवाले से इस दौरे की कड़ी निंदा की है।
ताइवान के करीबियों को चेताया
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के ताइवान दौरे से बौखलाए चीनी रक्षा मंत्रालय के अज्ञात प्रवक्ता ने यहां तक कह डाला कि किसी को भी चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के दृढ़ संकल्प को कम करके नहीं आंकना चाहिए। बता दें कि चीन ताइवान पर दावा करता है और उसने कहा है कि यदि जरूरी हुआ तो वह सैन्य ताकत से उस पर कब्जा भी कर सकता है।