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खरी उतरी कोर्बिवैक्स: सीडीएल कसौली ने दी 6.5 करोड़ खुराक को मंजूरी, बच्चों का दूसरा स्वदेशी टीका तैयार

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एएनआई, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Tue, 22 Feb 2022 12:22 PM IST

सार

केंद्र सरकार वयस्कों के लिए इसके सीमित इस्तेमाल की इजाजत पहले ही दे चुकी है। दूसरे व तीसरे चरण के परीक्षण के अंतरिम नतीजों के आधार पर 12 से 18 साल तक के आयुवर्ग के बच्चों के लिए भी इसके  इस्तेमाल की इजाजत दी जा चुकी है।

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हिमाचल के कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (CDL) ने बॉयोलॉजिकल ई द्वारा तैयारा कोविड-19 रोधी वैक्सीन कोर्बिवैक्स की 6.5 करोड़ खुराक को मंजूरी दे दी है। प्रयोगशाला में किए गए परीक्षण में यह टीका सुरक्षा, गुणवत्ता व असर की कसौटी पर खरा उतरा है। 

आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्र सरकार वयस्कों के लिए कोर्बिवैक्स के सीमित इस्तेमाल की इजाजत पहले ही दे चुकी है। इसके दूसरे व तीसरे चरण के परीक्षण के अंतरिम नतीजों के आधार पर 12 से 18 साल तक के आयुवर्ग के बच्चों के लिए भी इसके सीमित आपात इस्तेमाल की इजाजत दी जा चुकी है। केंद्र सरकार ने इसके पांच करोड़ टीके की खरीदी का आदेश दिया है। 

बॉयोलॉजिकल ई ने कहा है कि यह टीका इंट्रामस्क्युलर तरीके से दिया जाएगा। इसकी दो खुराक 28-28 दिन के अंतराल में लगाई जाएगी। इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जा सकेगा।  हैदराबाद स्थित इस दवा कंपनी को सोमवार को ड्रग कंट्रोलर आफ इंडिया (DCGI) से इस वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई है। कोर्बिवैक्स 12 से 18 साल तक के बच्चों को लगाई जाएगी। अभी भारत बॉयोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन वयस्कों की तरह बच्चों को लगाई जा रही है। 

कोविड-19 रोधी यह वैक्सीन देश की पहली आरबीडी प्रोटीन आधारित टीका है। कोवाक्सिन  15 से 18 साल तक बच्चों को लगाई जा रही है, जबकि कोर्बिवैक्स 12 से 18 साल तक के बच्चों व वयस्कों को लगाई जा सकेगी। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में देश में 35.50 लाख कोरोना वैक्सीन खुराक लोगों को दी गई। इसके साथ ही अब तक देश में 175.83 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी है। आज सुबह 7 बजे तक 1,75,83,27,441 खुराक लग चुकी थी। 

विस्तार

हिमाचल के कसौली स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (CDL) ने बॉयोलॉजिकल ई द्वारा तैयारा कोविड-19 रोधी वैक्सीन कोर्बिवैक्स की 6.5 करोड़ खुराक को मंजूरी दे दी है। प्रयोगशाला में किए गए परीक्षण में यह टीका सुरक्षा, गुणवत्ता व असर की कसौटी पर खरा उतरा है। 

आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। केंद्र सरकार वयस्कों के लिए कोर्बिवैक्स के सीमित इस्तेमाल की इजाजत पहले ही दे चुकी है। इसके दूसरे व तीसरे चरण के परीक्षण के अंतरिम नतीजों के आधार पर 12 से 18 साल तक के आयुवर्ग के बच्चों के लिए भी इसके सीमित आपात इस्तेमाल की इजाजत दी जा चुकी है। केंद्र सरकार ने इसके पांच करोड़ टीके की खरीदी का आदेश दिया है। 

बॉयोलॉजिकल ई ने कहा है कि यह टीका इंट्रामस्क्युलर तरीके से दिया जाएगा। इसकी दो खुराक 28-28 दिन के अंतराल में लगाई जाएगी। इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जा सकेगा।  हैदराबाद स्थित इस दवा कंपनी को सोमवार को ड्रग कंट्रोलर आफ इंडिया (DCGI) से इस वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई है। कोर्बिवैक्स 12 से 18 साल तक के बच्चों को लगाई जाएगी। अभी भारत बॉयोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन वयस्कों की तरह बच्चों को लगाई जा रही है। 

कोविड-19 रोधी यह वैक्सीन देश की पहली आरबीडी प्रोटीन आधारित टीका है। कोवाक्सिन  15 से 18 साल तक बच्चों को लगाई जा रही है, जबकि कोर्बिवैक्स 12 से 18 साल तक के बच्चों व वयस्कों को लगाई जा सकेगी। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में देश में 35.50 लाख कोरोना वैक्सीन खुराक लोगों को दी गई। इसके साथ ही अब तक देश में 175.83 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी है। आज सुबह 7 बजे तक 1,75,83,27,441 खुराक लग चुकी थी। 

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