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अब कक्षा में नमाज: कर्नाटक के सरकारी स्कूल का मामला, हिंदू समूह की आपत्ति के बाद जांच के आदेश
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बेंगलुरू
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Mon, 24 Jan 2022 12:39 PM IST
सार
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कोलार के इस सरकारी स्कूल की प्रधान अध्यापिका ने 20 विद्यार्थियों को हर शुक्रवार को कक्षा में नमाज पढ़ने की इजाजत दी है।
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कोलार के इस सरकारी स्कूल की प्रधान अध्यापिका ने 20 विद्यार्थियों को हर शुक्रवार को कक्षा में नमाज पढ़ने की इजाजत दी है। इसकी खबर जब हिंदू संगठन को लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया और फिर नमाज का सिलसिला रोका गया।
हिंदू संगठन के विरोध प्रदर्शन के बाद कोलार के कलेक्टर उमेश कुमार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। कक्षा में नमाज की यह घटना मुलबागल सोमेश्वर पालया बाले चेंगप्पा सरकारी कन्नड आदर्श हाईस्कूल में हुई थी। इस बीच राज्य के लोक निर्देश विभाग के उप निदेशक रेवन्ना सिद्दप्पा को स्कूल जाकर मामले की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
दो माह से कक्षा में पढ़ रहे नमाज
स्कूल के एक विद्यार्थी का कहना है कि दो माह पहले जब स्कूल खुला था, तब से हम स्कूल की प्रधान अध्यापिका की इजाजत से कक्षा में नमाज पढ़ रहे हैं।
मैंने इजाजत नहीं दी: प्रधान अध्यापिका
जब कक्षा में नमाज का मामला सामने आया और बवाल मचा तो स्कूल की प्रधान अध्यापिका उमा देवी ने इसकी इजाजत दिए जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैंने इजाजत नहीं दी है। विद्यार्थियों ने खुद ही नमाज पढ़ना शुरू कर दिया था। उधर, सूत्रों का कहना है कि विद्यार्थी जुमे की नमाज पढ़ने बाहर नहीं जाएं, इसलिए प्रधान अध्यापिका ने इसकी इजाजत दी थी। बहरहाल जांच के बाद ही सचाई सामने आएगी।
विस्तार
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कोलार के इस सरकारी स्कूल की प्रधान अध्यापिका ने 20 विद्यार्थियों को हर शुक्रवार को कक्षा में नमाज पढ़ने की इजाजत दी है। इसकी खबर जब हिंदू संगठन को लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया और फिर नमाज का सिलसिला रोका गया।
हिंदू संगठन के विरोध प्रदर्शन के बाद कोलार के कलेक्टर उमेश कुमार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। कक्षा में नमाज की यह घटना मुलबागल सोमेश्वर पालया बाले चेंगप्पा सरकारी कन्नड आदर्श हाईस्कूल में हुई थी। इस बीच राज्य के लोक निर्देश विभाग के उप निदेशक रेवन्ना सिद्दप्पा को स्कूल जाकर मामले की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
दो माह से कक्षा में पढ़ रहे नमाज
स्कूल के एक विद्यार्थी का कहना है कि दो माह पहले जब स्कूल खुला था, तब से हम स्कूल की प्रधान अध्यापिका की इजाजत से कक्षा में नमाज पढ़ रहे हैं।
मैंने इजाजत नहीं दी: प्रधान अध्यापिका
जब कक्षा में नमाज का मामला सामने आया और बवाल मचा तो स्कूल की प्रधान अध्यापिका उमा देवी ने इसकी इजाजत दिए जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैंने इजाजत नहीं दी है। विद्यार्थियों ने खुद ही नमाज पढ़ना शुरू कर दिया था। उधर, सूत्रों का कहना है कि विद्यार्थी जुमे की नमाज पढ़ने बाहर नहीं जाएं, इसलिए प्रधान अध्यापिका ने इसकी इजाजत दी थी। बहरहाल जांच के बाद ही सचाई सामने आएगी।