वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Tue, 20 Jul 2021 10:37 PM IST
सार
अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने अपनी रॉकेट कंपनी ब्ल्यू ओरिजिन की पहली यात्री उड़ान में सहयात्रियों के साथ मंगलवार को अंतरिक्ष यात्रा पूरी की। इस यात्रा में उनके साथ तीन और लोग रहे। इनमें उनके भाई मार्क बेजोस, 18 वर्षीय ऑलिवर डैमेन और 82 वर्षीय महिला पायलट वैली फंक शामिल रहीं। यहां हम बात करेंगे करीब आधी शताब्दी तक इंतजार करने के बाद अंतरिक्ष यात्रा करने वाली वैली फंक की…
वैली फंक ने 1960 के दशक में नासा के पूर्ण पुरुष अंतरिक्ष यात्री कोर में सभी परीक्षण पास किए थे, जो उनके पुरुष साथियों ने पास किए थे। लेकिन, उन्हें अंतरिक्ष में जाने का मौका नहीं मिल पाया था। इसमें उनके साथ 12 और महिला पायलट भी शामिल थीं। अब 82 साल की उम्र में उनका यह सपना सच हो पाया है।
इस अंतरिक्ष यात्रा को पूरा करने के साथ ही वैली फंक दुनिया की सबसे बुजुर्ग अंतरिक्ष यात्री भी बन गई हैं। बेजोस ने इसे लेकर एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था, ‘किसी ने भी इतना इंतजार नहीं किया है। साल 1961 में वैली फंक, ‘मर्करी 13 वूमेन इन स्पेस प्रोग्रास’ के हिस्से के तौर पर अपनी क्लास में शीर्ष पर थीं।’
बेजोस ने लिखा, ‘प्रशिक्षण पूरा करने के बावजूद, इस प्रोग्राम को रद्द कर दिया गया था और इन 13 में से किसी ने भी उड़ान नहीं भरी। समय आ गया है। वैली, आपका क्रू में स्वागत है। हम आपके रूप में अपने ‘ऑनर्ड गेस्ट’ के साथ उड़ान भरने जा रहे हैं और उत्साहित हैं।’ फंक ने इस प्रोग्राम के लिए वॉलंटियर किया था।
फरवरी 1961 में शुरू हुआ यह प्रोग्राम एक निजी फंडिंग से शुरू हुआ प्रयास था। इसे शुरू करने का उद्देश्य नासा के स्पेस प्रोग्राम्स में उड़ान भरने के लिए महिलाओं को तैयार करना था। इसमें 13 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था और परीक्षाएं ली गई थीं। फंक इस प्रोग्राम में ग्रेजुएट होने वाली सबसे युवा महिला थीं।
विस्तार
वैली फंक ने 1960 के दशक में नासा के पूर्ण पुरुष अंतरिक्ष यात्री कोर में सभी परीक्षण पास किए थे, जो उनके पुरुष साथियों ने पास किए थे। लेकिन, उन्हें अंतरिक्ष में जाने का मौका नहीं मिल पाया था। इसमें उनके साथ 12 और महिला पायलट भी शामिल थीं। अब 82 साल की उम्र में उनका यह सपना सच हो पाया है।
इस अंतरिक्ष यात्रा को पूरा करने के साथ ही वैली फंक दुनिया की सबसे बुजुर्ग अंतरिक्ष यात्री भी बन गई हैं। बेजोस ने इसे लेकर एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था, ‘किसी ने भी इतना इंतजार नहीं किया है। साल 1961 में वैली फंक, ‘मर्करी 13 वूमेन इन स्पेस प्रोग्रास’ के हिस्से के तौर पर अपनी क्लास में शीर्ष पर थीं।’
बेजोस ने लिखा, ‘प्रशिक्षण पूरा करने के बावजूद, इस प्रोग्राम को रद्द कर दिया गया था और इन 13 में से किसी ने भी उड़ान नहीं भरी। समय आ गया है। वैली, आपका क्रू में स्वागत है। हम आपके रूप में अपने ‘ऑनर्ड गेस्ट’ के साथ उड़ान भरने जा रहे हैं और उत्साहित हैं।’ फंक ने इस प्रोग्राम के लिए वॉलंटियर किया था।
फरवरी 1961 में शुरू हुआ यह प्रोग्राम एक निजी फंडिंग से शुरू हुआ प्रयास था। इसे शुरू करने का उद्देश्य नासा के स्पेस प्रोग्राम्स में उड़ान भरने के लिए महिलाओं को तैयार करना था। इसमें 13 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था और परीक्षाएं ली गई थीं। फंक इस प्रोग्राम में ग्रेजुएट होने वाली सबसे युवा महिला थीं।
Source link
Like this:
Like Loading...
blue origin, jeff bezos, Nasa, new shepard, space trip, Wally funk, who is wally funk, World Hindi News, World News in Hindi, अंतरिक्ष यात्रा, जेफ बेजोस, नासा, न्यू शेफर्ड, ब्ल्यू ओरिजिन, वैली फंक